Ground Report: पेनल्टी, कम सैलरी और 10 मिनट डिलीवरी स्कीम से परेशान गिग वर्कर्स ने बयां किया दर्द!

डिलीवरी कर्मचारियों का आरोप है कि लंबे काम के घंटे, कम सैलरी, इंश्योरेंस और सामाजिक सुरक्षा की कमी जैसी समस्याओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।

Gig Workers Strike: नए साल से ठीक पहले देशभर में गिग वर्कर्स की हड़ताल ने जोमैटो, स्विगी और अन्य फूड डिलीवरी कंपनियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हड़ताल शुरू होते ही कंपनियों ने डिलीवरी पार्टनर्स के लिए इंसेंटिव अमाउंट बढ़ाने का ऐलान किया, लेकिन गिग वर्कर्स का कहना है कि यह राहत नाकाफी है। डिलीवरी कर्मचारियों का आरोप है कि लंबे काम के घंटे, कम सैलरी, इंश्योरेंस और सामाजिक सुरक्षा

की कमी जैसी समस्याओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। उनका कहना है कि केवल इंसेंटिव बढ़ाना समाधान नहीं है, बल्कि स्थायी आय, सुरक्षा और कानूनी पहचान जरूरी है। इस वीडियो में आप सुनेंगे गिग वर्कर्स की जमीनी हकीकत, उनके अनुभव और यह भी जानेंगे कि हड़ताल का असर आम ग्राहकों और कंपनियों पर कैसे पड़ रहा है।

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