2024 के लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है. लेकिन उससे पहले नीतीश कुमार ने जातीय गणना का मास्टर स्ट्रोक चला है. आज बिहार में उसके आंकड़े जारी कर दिए हैं. इस हिसाब से बिहार में 2 करोड़ 83 लाख 44 हजार 160 परिवार हैं. इसमें पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सामान्य वर्ग शामिल है. वहीं इसमें धर्म के आधार पर भी डेटा सामने आया है.