Ayodhya Ram Mandir: 30 अक्टूबर 1990’… आडवाणी (Advani) की रथ यात्रा भी 30 अक्टूबर (20 October 1990) को ही अयोध्या पहुंचना था… और इनका मकसद था बाबरी मस्जिद (Babri Masjid Demolition) पर भगवा पताका फहराना…लेकिन 30 अक्टूबर को जो हुआ उसके बारे में किसी ने नहीं सोचा था… ‘राम और सियासत’ के इस एपिसोड में बात ’30 अक्टूबर 1990′ की…मोहम्मद शाहिद हर दिन काम ढूंढने की कोशिश में साइकिल से घूमते हैं। वह इमाम हाजी अब्दुल गफ्फार के पोते हैं, जिन्होंने 22 दिसंबर, 1949 को बाबरी मस्जिद में आखिरी नमाज का नेतृत्व किया था, इससे पहले कि हिंदुओं ने दीवारों को तोड़ दिया और मस्जिद के केंद्रीय गुंबद के नीचे रामलला (ramlala) की मूर्ति रखी। शाहिद के पिता मोहम्मद शब्बीर और चाचा मोहम्मद नज़ीर की 6 दिसंबर 1992 को हत्या कर दी गई थी, देखिये ये स्पेशल स्टोरी…