28 साल के अनस अल-शरीफ, जो अल जज़ीरा अरबी के लिए पत्रकारिता कर रहे थे, गाज़ा सिटी में इजरायली हमले में मारे गए। उनकी मौत तब हुई जब उन्होंने कुछ मिनट पहले ही सोशल मीडिया पर गाज़ा पर हो रहे भारी बमबारी के वीडियो पोस्ट किए थे। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उनका आखिरी पोस्ट था — “पिछले दो घंटे से गाज़ा सिटी पर बमबारी तेज हो गई है।” ये उनके आखिरी शब्द साबित हुए।