भारतीय राजनीति में मोटेतौर पर यह माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय के लोग बीजेपी को कम ही समर्थन देते हैं। बीजेपी नेताओं भी अपने बयानों में इस बात को कई बार मान चुके हैं। लेकिन मोदी सरकार के कुछ काम ऐसे भी हैं जिनसे मुस्लिम समुदाय के लोग भी खुश हैं।
भारतीय राजनीति में मोटेतौर पर यह माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय के लोग बीजेपी को कम ही समर्थन देते हैं। बीजेपी नेताओं भी अपने बयानों में इस बात को कई बार मान चुके हैं। लेकिन मोदी सरकार के कुछ काम ऐसे भी हैं जिनसे मुस्लिम समुदाय के लोग भी खुश हैं।
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दिल्ली पुलिस की जांच में मरकज निजामुद्दीन के मौलाना साद के लैपटॉप में कोविड-19 फैलाने से संबंधित कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है। 2020 में उन पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने का आरोप लगा था। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी तबलीगी जमात से जुड़े कई मामलों को रद्द कर दिया था। जांच अधिकारी के अनुसार, साद अभी तक जांच में शामिल नहीं हुए हैं।