पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में होली की तैयारियां जोरों पर हैं। बाजार में पिचकारी और रंग हर बार की तरह मौजूद हैं, लेकिन खास बात ये है कि इस बार चीनी आइटम के मुकाबले स्वदेशी सामान की मौजूदगी बहुत ज्यादा है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में होली की तैयारियां जोरों पर हैं। बाजार में पिचकारी और रंग हर बार की तरह मौजूद हैं, लेकिन खास बात ये है कि इस बार चीनी आइटम के मुकाबले स्वदेशी सामान की मौजूदगी बहुत ज्यादा है।
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शरद पूर्णिमा 2025, 6 अक्टूबर को मनाई जाएगी, जिसे कोजागरी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन चंद्रमा अमृत बरसाता है, इसलिए खीर को चांदनी रात में रखा जाता है, जिससे वह स्वास्थ्यवर्धक हो जाती है। इस रात लक्ष्मी माता पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं, इसलिए लोग जागरण करते हैं। धन वृद्धि के लिए श्री सूक्त का पाठ, सुख-समृद्धि के लिए घी का दीपक जलाना, चंद्र देव को अर्घ्य देना…