Voter Adhikar Rally: बिहार में एसआईआर (विशेष गहन संशोधन) के खिलाफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ 17 अगस्त 2025 को सासाराम (रोहतास) से शुरू हो गई। यह 16 दिनों की यात्रा 20 जिलों से गुजरते हुए 1300 किलोमीटर का सफर तय कर पटना में समाप्त होगी। यात्रा का मकसद मतदाता सूची में कथित अनियमितताओं और ‘वोट चोरी’ के खिलाफ जन जागरूकता फैलाना है, जहां दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वोटरों के नाम काटे जाने का आरोप है। महागठबंधन के नेता, जैसे राजद के तेजस्वी यादव, इस यात्रा में शामिल होकर बीजेपी, पीएम मोदी और चुनाव आयोग पर हमलावर हैं।
यात्रा से पहले सासाराम मैदान में भव्य रैली हुई, जहां कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, राजद सुप्रीमो लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और वाम दलों के नेता मौजूद थे। तेजस्वी यादव ने भाषण में बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “आपके वोट की चोरी नहीं हो रही, बल्कि डकैती डाली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहारियों को चूना लगाना चाहते हैं, लेकिन यह बिहार है, जहां चूना खैनी के साथ रगड़ दिया जाता है।” उन्होंने बिहारियों की तीखी मिर्ची वाली प्रकृति का जिक्र कर कहा कि गरीबी के बावजूद वे बेइमानी नहीं सहेंगे। तेजस्वी ने बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान का हवाला देकर कहा कि बीजेपी चुनाव आयोग से वोट छीनने का काम करवा रही है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जिंदा लोगों को मृत घोषित कर नाम काटे जा रहे हैं, और राहुल गांधी ने ऐसे ‘मृतकों’ से चाय पी है। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपनी योजनाओं की नकल करने का आरोप लगाया, जैसे पेंशन बढ़ाना, डोमिसाइल नीति और फ्री बिजली। उन्होंने कहा, “20 साल नीतीश को, 11 साल मोदी को देख लिया, अब खटारा सरकार को बदलने का समय है।” यह यात्रा 2027 विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की रणनीति का हिस्सा है, जो लोकतंत्र की रक्षा और वोट अधिकारों पर फोकस कर रही है। रैली में हजारों समर्थकों ने ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ के नारे लगाए, जो बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर सकती है।