नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है… ब्रह्म का अर्थ होता है तपस्या और चारिणी का अर्थ है आचरण करने वाली… ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली… मां के इस स्वरूप की पूजा करने से तप, त्याग, सदाचार, संयम की वृद्धि होती है…चलिए दूसरे दिन की पूजा विधि और कथा क्या है…
