इंटरनेट ने आज हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में अपनी एक अहम जगह बना ली है। इंटरनेट के जरिए आज हम कई काम घर बैठे-बैठे आसानी से चुटकियों में कर सकते हैं। इंटरनेट ने हमारी जिंदगी को आसाना बनाया है लेकिन साइबर हैकर्स के हर वक्त यूजर्स पर नजर रहती है। हैकर्स ऐसे नए-नए तरीकों का इस्तेमाल करते हैं जिससे हम पलभर में धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं।

इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए हम अक्सर गूगल क्रोम सर्च इंजन का इस्तेमाल करते हैं। हैकर्स भी यहां पर कई तरह से एक्टिव रहते हैं। हमारी एक भूल उनके लिए सुनहरा मौका साबित होती है। ऐसे में क्रोम की तरफ से समय-समय पर हैकिंग से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की जाती रही है।

गूगल के मुताबिक हैकर्स बड़ी आसानी से ब्राउजर मेमरी में स्टोर डाटा को करप्ट या मोडिफाइ करते हैं। हैकर्स ब्राउजर की जावास्क्रिप्ट कोड को करप्ट कर लेते हैं जिसके बाद सर्च इंजन कंपनियां यूजर्स को इससे बचाने के लिए अपने ब्राउजर का नया अपडेट लाकर पुरानी कमियों को दूर करती हैं।

कई तरह के बग के जरिए भी हैकर्स यूजर्स का डाटा को हैक कर लेते हैं। ऐसे में यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे क्रोम के पुराने वर्जन का इस्तेमाल करने की बजाय नए वर्जन को इंस्टॉल करें। वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि हैकर्स से बचने के लिए यूजर्स को अपने सिस्टम में मौजूद सभी ब्राउजर एक्सटेंशन्स को डिलीट और अनइंस्टाल कर देना चाहिए।

कई ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसमें यूजर्स के इंटरनेट सर्च के दौरान निजी जानकारिया क्रोम ब्राउजर के जरिए अन्य सोर्स के जरिए हैक कर ली गई। इस दौरान यूजर्स के बैंक खातों से पैसे उड़ा लिए गए। ऐसे में यूजर्स को सावधानी के साथ इंटरनेट पर सर्च करना चाहिए। और किसी भी तरह के ऑफर्स के झांसे में आना चाहिए।