Google Play Store Fake Mobile Apps: स्मार्टफोन का इस्तेमाल हमें बेहद ही सावधानी से करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि साइबर ठग हमारी लापरवाही के इंतजार में ताक लगाए बैठे रहते हैं। साइबर ठग फर्जी मोबाइल एप्स के जरिए हर दिन लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। जाने-अनजाने में हम ऐसी एप्स को डाउनलोड कर बैठते हैं जिससे हमारी सारी जानकारी साइबर ठगों के पास पहुंच जाती है। फिर देखते ही देखते हमारे खाते से पैसा निकाल लिया जाता है। इसके बाद हमें पछतावे के सिवा और कुछ नहीं मिलता।

हाल में गूगल ने 23 एसी एप्स की पहचान की हैं जो कि यूजर्स के खाते में सेंध लगाने का काम रही थीं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि यूजर्स को भी पहले से यह पता रहे कि वे कौन सी एप्स को इंस्टॉल कर इस्तेमाल करें और कौन सी एप्स को नहीं। इसके लिए यूजर्स को यह पता होना चाहिए कि कौन सी एप फेक है और कौन सी असली। इसका पता लगाना बेहद ही आसान है।

जब भी यूजर्स गूगल प्ले स्टोर पर किसी एप को सर्च करते हैं तो उसके नाम की कई एप्स की भरमार मिलती है। ऐसे में यूजर्स कन्फ्यूजन हो जाते हैं और फर्जी वेबसाइट को डाउनलोड कर लेते हैं। इससे बचने के लिए आप हमेशा एप का डिस्क्रिप्शन पढ़े और फिर डाउनलोड करें।

हमेशा एप्स के आइकन पर खासा ध्यान दें। यह वास्तविक एप से कुछ अलग होता है। एप के नाम की स्पेलिंग पर जरूर ध्यान दें क्योंकि नकली एप्स में असली एप के नाम की स्पेलिंग को आगे पीछे की जाती है।

फर्जी डेवेलपर अपनी डिटेल्स आसानी से दिखने नहीं देते ऐसे में डाउनलोड करने से पहले डेवलेपर का नाम जरूर चेक करें। डाउनलोड काउंट भी कम होने पर इसकी पूरी संभावना होती है कि एप फर्जी हो। ऐसा इसलिए क्योंकि एक स्वीकार्य एप्स के डाउनलोड की संख्या काफी ज्यादा होती है जबकि क्लोन एप्स की बेहद कम।