पहली बार प्रॉपर्टी खरीदना किसी सपने के सच होने से कम नहीं होता। हालांकि खरीदार अगर सही चुनाव न करे तो कई बार ऐसा सौदा परेशानी का सबब बन जाता है। यह बेहद जरूरी है कि प्रॉपर्टी में निवेश से पहले अच्‍छी तरह से प्‍लानिंग कर ली जाए ताकि रिस्‍क फैक्‍टर को कम किया जा सके। प्रॉपर्टी खरीदने से पहले खरीदार को लोन व क्रेडिट से जुड़ी कई बातों का ध्‍यान रखना चाहिए। हर प्रोजेक्‍ट के हिसाब से खरीदार के लिए बेस्‍ट डील अलग-अलग हो सकती है। एनडीटीवी ने विशेषज्ञों से बातचीत कर ऐसे बिन्‍दु बताएं हैं जो ग्राहकों के काम आ सकते हैं। प्रॉपर्टी में निवेश करने के इच्‍छुक इन 5 बातों का ध्‍यान जरूर रखें।

1. प्रॉपर्टी खरीदने के लिए खरीदार को क्रेडिट टिप्‍स पर ध्‍यान देना चाहिए। खरीदार अगर निवेश के लिहाज से प्रॉपर्टी खरीद रहा है तो उसे लोकेशन की पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए ताकि रिटर्न्‍स का अंदाजा हो सके। कहीं भी अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा लगाने से पहले किराये और पिछले 3 साल के रिकॉर्ड को जरूर देखें। इलाके के सामाजिक ताने-बाने को समझें और भविष्‍य में वहां शुरू होने वाले विकास कार्यक्रमों पर नजर रखें।

2. बिना किसी प्‍लानिंग के प्रॉपर्टी खरीदना मुश्किलें पैदा कर सकता है। एसआईपी, म्‍युचुअल फंड्स या ट्रेडिंग जैसे विकल्‍प आपको निवेश के लिए तैयार करते हैं। अगर आप लोन लेकर प्रॉपर्टी लेने की सोच रहे हैं तो अच्‍छा क्रेडिट स्‍कोर मेंटेन करना चाहिए। पहली बार जमीन खरीदने की स्थिति में खरीदार को अच्‍छी रिसर्च करनी चाहिए।

3. बाजार में कई तरह के लोन उपलब्‍ध हैं जिनके जरिए प्रॉपर्टी खरीदी जा सकती है। विभिन्‍न बैंकों द्वारा दिए जाने वाले सामान्‍य लोन के बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी होती है। ‘होम लोन’ लेते समय एक विकल्‍प होता है जहां खरीदार चाहे तो तुरंत ईएमआई शुरू कर सकता है, जिससे ग्राहक का प्री-ईएमआई ब्‍याज बचता है। इसके अलावा ‘लोन अगेंस्‍ट प्रॉपर्टी’ का भी विकल्‍स है जिसमें खरीदार को आकर्षक बज दरों पर कर्ज मिल सकता है। ‘टॉप अप लोन’ एक अन्‍य विकल्‍प है जिसमें खरीदार ‘वर्तमान लोन’ के अतिरिक्‍त भी ‘होम लोन’ ले सकता है।

4. प्रॉपर्टी खरीदने के इच्‍छुक लोगों को भुगतान शर्तों, जीएसटी ऑफसेट और उच्‍च डाउन पेमेंट का ध्‍यान रखना चाहिए। प्रॉपर्टी का आकार भी अहम है। इन दिनों बाजार में कई किफायती हाउजिंग विकल्‍प उपलब्‍ध हैं जो सीमित बजट वाले खरीदारों के लिए अच्‍छा सौदा साबित हो सकते हैं।

5. प्रॉपर्टी खरीदते समय टैक्‍स बचाया जा सकता है। एक्‍सपर्ट्स के अनुसार, ऑक्‍युपेशन सर्टिफिकेशन के साथ प्रॉपर्टी खरीदना सुरक्षित विकल्‍पों में से एक है। हालांकि कई डेवलपर्स ‘नो जीएसटी स्‍कीम्‍स’ चला रहे हैं जिससे टैक्‍स बचाने में मदद मिलती है। कई पैकेज डील्‍स भी ग्राहक का टैक्‍स बचाने में मदद कर सकती हैं। अगर कोई वेतनभोगी व्‍यक्ति कर्ज ले रहा है तो वह ब्‍याज पर 2 लाख रुपये तक की बचत कर सकता है।