Sukanya Samriddhi Yojana: सुकन्या समृद्धि योजना केंद्र सरकार की ऐसी योजना है जिसे लड़कियों के भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इस योजना के तहत अगर कोई लड़की 10 साल की हो जाती है तो उसके नाम पर अभिभावक खाता खोल सकते हैं। बच्ची की ओर से मूल या कानूनी अभिभावक खाता खोल सकते हैं। खाता बड़े बैंकों और पोस्ट ऑफिस में खुलावाया जा सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने हाल में बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए डिफॉल्ट अकाउंट पर ज्यादा ब्याज देने का फैसला किया है।
दरअसल इस योजना के तहत खाते में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय है। अगर किसी खाते में एक वित्त वर्ष में 250 रुपये न्यूनतम जमा राशि नहीं डाली जाती तो ऐसे खातों को डिफॉल्ट अकाउंट में बदल दिया जाता है। इसका घाटा यह होता था कि खाताधारक को सुकन्या योजना के तहत मिलने वाला ब्याज नहीं बल्कि पोस्ट ऑफिस बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज दर पर मिलता था।
वर्तमान में इस योजना के तहत 8.7% ब्याज दर मिल रही है जबकि पोस्ट ऑफिस बचत खाते पर 4 फीसदी ब्याज। इसके अलावा हाल में मैच्योरिटी पीरियड को लेकर भी नियम में बदलाव किया गया है। नए नियम के तहत अब बच्ची की मौत होने पर अकाउंट को मैच्योरिटी पीरियड से पहले बंद किया जा सकता है।
वहीं सहानुभूति के आधार पर भी ऐसा किया जा सकता है। इस स्कीम पर हर तिमाही में ब्याज की दर बदलती है, जिसे साल के अंत में खाते में क्रेडिट किया जाता है। सुकन्या समृद्धि अकाउंट की सीमा 21 साल की है, जिसके बाद आप इसमें जमा राशि निकाल सकते हैं।