आज के समय में लोग अपने निवेश की सुरक्षा के साथ ही बेहतर रिटर्न चाहते हैं। ऐसे में जरूरी है कि उनके पास निवेश का ऐसा विकल्प हो सुरक्षित होने के साथ ही सबसे अधिक रिटर्न दे। कई लोग निवेश के लिए फिक्स डिपॉजिट को सुरक्षित विकल्प मानते हैं। वर्तमान समय में फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज दरों में कमी देखने को मिली है।

मौजूदा वित्त वर्ष में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पांच बार रेपो रेट में कटौती कर चुका है। एसबीआई, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी बैंक समेत कई अपने फिक्स डिपॉजिट में ब्याज दरों में कटौती कर चुके हैं। बाजार में कई ऐसे विकल्प उपलब्ध हैं जो फिक्स डिपॉजिट की तुलना में निवेश की सुरक्षा के साथ ही अधिक ब्याज भी देते हैं। आइए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ विकल्प पर।

छोटे फाइनेंस बैंकों के फिक्स डिपॉजिट में बड़े बैंकों की तुलना में बेहतर रिटर्न दे रहे हैं। उदाहरण के लिए उत्कर्ष बैंक और जन स्मॉल फाइनेंस बैंक एक साल के लिए फिक्स डिपॉजिट 8.50 फीसदी से लेकर 9 फीसदी की ब्याज दर का ऑफर दे रहे हैं। ये बैंक डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के तहत कवर हैं।

इसके साथ ही ये बैंक आरबीआई के तहत रेगुलेटेड हैं। ऐसे में जानकार इन बैंकों में फिक्स डिपॉजिट करने की सलाह देते हैं। गौरतलब हैं कि फिक्स डिपॉजिट में मिलने वाला ब्याज करयोग्य होता है।  पोस्टऑफिस योजनाओं के तहत 9 लॉन्ग टर्म स्कीम्स उपलब्ध हैं। छोटे निवेशकों में यह स्कीम्स काफी लोकप्रिय हैं। छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की हर तिमाही में समीक्षा की जाती है।

लोकप्रिय निवेश स्कीम्स में पीपीएफ, पोस्ट ऑफिस सावधि जमा योजनाएं, वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं शामिल हैं। इनमें पीपीएफ पर जहां 7.90 फीसदी की दर से रिटर्न मिलता है वहीं इसमें निवेश पर टैक्स रिबेट का भी लाभ मिलता है। 10 से 20 साल तक के टैक्स फ्री बॉन्ड भी निवेश का बेहतर विकल्प हैं।

सरकार की तरफ से यह बॉन्ड समय-समय पर जारी किए जाते हैं। खास बात यह है कि इन योजनाओं में निवेश से मिलने वाले रिटर्न पर किसी भी तरह का टैक्स नहीं लगता है। इसके अलावा म्यूचुअल फंड भी निवेश के विकल्प के रूप में उपलब्ध है।