कॉरपोरेट सेक्टर में आपका बॉस तय करता है कि आपकी सैलरी कितनी बढ़ेगी। लेकिन अब कर्मचारियों के सैलेरी स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। दो-तीन साल के बाद सैलरी तय करने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की भूमिका तय मानी जा रही है। यानी कंपनियां AI बेस्ड प्रिडिक्टर मॉडल को अपनाकर आपकी सैलरी तय करेंगी।
EY FUTURE OF PAY 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक 60 फीसदी कंपनियां वेतन और इंसेंटिव तय करने में AI का इस्तेमाल करना चाहती हैं। वहीं रियल टाइम पेइक्विटी एनालिसिस और कस्टमाइज्ड बेनिफिट्स के लिए भी कंपनियां AI का इस्तेमाल करना चाहती हैं।
यानी आने वाले समय में फिक्स्ड सैलेरी स्ट्रक्चर सिस्टम खत्म जाएगा और AI बेस्ड प्रिडिक्टर मॉडल से आपकी सैलरी तय होगी। कंपनियों का मानना है कि इससे सैलरी तय करने के तरीकों को ज्यादा पारदर्शी बनाया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार AI का सैलरी तय करने में यह तरीका 2028 तक अपनाया जा सकता है।
कितनी बढ़ेगी सैलरी?
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 2025 में औसत वेतन बढ़ोतरी 9.4 फ़ीसदी रहने का अनुमान जताया गया है। कर्मचारी 9.14 फीसदी के आसपास अपनी सैलरी बढ़ने की उम्मीद कर सकते हैं। ई-कॉमर्स सेक्टर में यह आंकड़ा 10.5 फीसदी रह सकता है, जबकि आईटी सेक्टर में 9 फीसदी हो सकता है।
वहीं रिपोर्ट में कर्मचारियों की नौकरी छोड़ने की दर को भी दर्शाया गया है। 2023 में 18.3 फीसदी लोगों ने वर्तमान नौकरी छोड़कर कहीं दूसरी जगह ज्वाइन की। तो वहीं 2024 में ही ये आंकड़ा घटकर 17.5 फीसदी पर आ गया। यह कंपनियों के लिए पॉजिटिव संकेत है। कंपनियों का फोकस नए टैलेंट को बनाए रखने पर है।