देश में आर्थिक सुस्ती के बावजूद अभी भी छोटी बचत योजनाओं में निवेश करना समझदारी भरा फैसला है। पीपीएफ, एनएससी, सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाओं में निवेश करने पर आप शानदार रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। सरकार की तरफ से पीपीएफ व अन्य छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर की घोषणा की गई है।
सरकार की तरफ से हर तिमाही के बाद डाकघर जमा, पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि, एनएससी और सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम ब्याज दर योजनाओं की घोषणा की जाती है। सरकार की तरफ से इस तिमाही के बाद अक्टूबर से दिसंबर तक इन योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पीपीएफ, एनएससी पर 7.9 फीसदी की वार्षिक दर से ब्याज मिलता रहेगा। सुकन्या समृद्धि योजना खाता और सीनियर सिटीजन बचत योजना अभी भी अन्य छोटी बचत योजनाओं की तुलना में अधिक रिटर्न देने वाली बनी हुई हैं। बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलना जारी रहेगा।
वहीं, पांच साल की अवधि वाली सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर 8.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। इससे पहले सरकार ने 1 अप्रैल 2016 को जारी अधिसूचना के अनुसार छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर के बारे में हर तिमाही के बाद ब्याज दरों में बदलाव संबंधी घोषणा करने का फैसला लिया था।
वित्त मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, ‘सरकार के निर्णय के आधार पर 1 अक्टूबर 2019 से 31 दिसंबर 2019 को खत्म हो रही 2019-20 की तीसरी तिमाही में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया गया है। ये ब्याज दरें मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (1 जुलाई 2019 से 30 सितंबर 2019) के समान ही रहेंगी।’
विश्लेषकों का मानना है कि पारंपरिक निवेशकों के लिए पीपीएफ व अन्य बचत योजनाएं जैसे सुकन्या समृद्धि खाता और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना अभी भी अच्छा रिटर्न दे रही हैं। अन्य छोटी बचत योजना किसान विकास पत्र पर 7.6 फीसदी (चक्रवृद्धि वार्षिक) ब्याज दर जारी रहेगी। इस योजना का मैच्योरिटी पीरियड 113 महीने है। डाक घर की पांच साल की मासिक बचत योजना पर 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिलता रहेगा।