नौकरीपेशा लोग अपनी सैलरी का कुछ हिस्सा पब्लिक प्रोविडेंट फण्ड (PPF) में जमा कराते हैं। ताकि इन पैसों का इस्तेमाल वो जरुरत के वक्त कर सकें। सरकार ने 2020 के बाद से ही PPF की ब्याज दरों में बढ़ोतरी नहीं की है। पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी ही है। केंद्र सरकार ने पिछले तीन साल में छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में तो इजाफा किया लेकिन पीपीएफ की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया। पीपीएफ के तहत टैक्स में काफी छूट दी जाती है।

पीपीएफ पर ब्याज में कितनी छूट

इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के अनुसार 1.5 लाख तक के इन्वेस्टमेंट पर टैक्स में छूट मिलती है। वहीं अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी पर निकाली गई राशि पर भी टैक्स में छूट मिलती है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 7.1% की वर्तमान ब्याज दर पर, 31.3% टैक्स ब्रैकेट में आने वाले व्यक्तियों के लिए ब्याज दर 10.32 फीसदी होने की संभावना है। यह भी एक कारण माना जाता है कि सरकार द्वारा पीपीएफ ब्याज दर में वृद्धि नहीं की गई है। दूसरी तरफ एससीएसएस (SCSS), एनएससी (NSC), एसएसवाई (SSY) और केवीपी (KVP) जैसे अन्य छोटी बचत योजनाएं अब ज्यादा वार्षिक रिटर्न दे रही हैं। दरअसल पीपीएफ एक लॉन्ग टर्म निवेश है तो आप सोच रहे होंगे कि योजना का पूरा लाभ उठाकर आप कितना पैसा जमा कर सकते हैं। चलिए समझते हैं

पीपीएफ योजना प्रति वर्ष अधिकतम 1.5 लाख रुपये के निवेश की अनुमति देती है। इस योजना के माध्यम से आप जो अंतिम राशि जमा कर सकते हैं वह तीन कारणों पर निर्भर करेगी।

ब्याज दर- अन्य सभी छोटी बचत योजनाओं की तरह, पीपीएफ ब्याज दर को भी सरकार द्वारा हर तीन महीने में संशोधन किया जाता है। इसलिए भविष्य में इस योजना की ब्याज दर घटने या बढ़ने की संभावना है।

निवेश की अवधि- पीपीएफ में वार्षिक आधार पर चक्रवृद्धि बयाज मिलता है, इसलिए निवेश की अवधि अंतिम राशि निर्धारित करती है। लंबी अवधि में कंपाउंडिंग इंटरेस्ट की तरह काम करती है। इसलिए यदि आप इस योजना में बहुत लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, तो आपको मिलने वाली अंतिम राशि बहुत अधिक होगी।

निवेश राशि- आप पीपीएफ से जो मैच्योरिटी राशि निकाल सकते हैं वह इस बात पर भी निर्भर करेगी कि आपने इस योजना में साल दर साल कितना योगदान दिया है। अगर आपने अधिक निवेश किया है तो आपको मैच्योरिटी भी अधिक मिलेगी।

आइए देखें कि पीपीएफ से कम से कम 1 करोड़ रुपये प्राप्त करने में आपको कितना समय लगेगा।

अगर प्रति वर्ष 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जाता है- पीपीएफ कैलकुलेटर से पता चलता है कि अगर ब्याज दर 7.1 फीसदी रहता है तो 1 करोड़ रुपये मिलने में 25 साल लगेंगे।

अगर प्रति वर्ष 1 लाख रुपये का निवेश किया जाता है- पीपीएफ कैलकुलेटर से पता चलता है कि प्रति वर्ष 1 लाख रुपये का निवेश करते है तो 1 करोड़ रुपये तक पहुंचने में लगभग 30 साल लगेंगे।

अगर प्रति वर्ष 50,000 रुपये का निवेश किया जाता है- पीपीएफ कैलकुलेटर से पता चलता है कि पूरे निवेश अवधि में 7.1 फीसदी ब्याज दर मानकर, प्रति वर्ष 50,000 रुपये का निवेश करते है तो 1 करोड़ रुपये तक पहुंचने में लगभग 39 साल लगेंगे।

नोट- पीपीएफ खाते को 15 साल के बाद 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है। साथ ही, यदि भविष्य में ब्याज दर संशोधित की जाती है, तो आप ऊपर बताए गए वर्षों से काफी पहले 1 करोड़ रुपये तक पहुंच सकते हैं।