यदि आप लघु बचत योजना में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस का किसान विकास पत्र एक बेहतर विकल्प हो सकता है। किसान विकास पत्र के जरिये आप अपने निवेश को 113 महीने में दो गुना कर सकते हैं। हालांकि, स्टॉक और म्यूचुअल फंड में निवेश से राशि तुलनात्मक रूप से कम समय में दोगुनी हो जाती है लेकिन इसमें रिस्क को देखते हुए छोटे निवेशक आमतौर पर इससे दूरी बनाकर ही रखते हैं।

लघु बचत योजनाओं में निवेश करने में निवेशक को एक गारंटी मिलती है कि उसके निवेश की राशि सुरक्षित है। यदि निवेश करने वाला संगठन या ईकाई यदि डिफाल्टर हो जाती है तो निवेश की राशि का भुगतान भारत सरकार करेगी। ऐसे में यदि डाकघर बंद हो गया तो इसमें निवेश करने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा। मौजूदा समय में देश के कुछ शीर्ष बैंकों की तुलना में डाकघर की लघु बचत योजनाओं में निवेश पर अधिक ब्याज मिल रहा है।

डाकघर की किसान विकास पत्र जैसी योजनाएं एक घोषित समय सीमा में राशि को दोगुना करने की योजना चला रही हैं। डाकघर की किसान विकास पत्र योजना में यदि आप 50 हजार रुपये निवेश करते हैं तो 9 साल 5 महीने यानी 113 महीनें में यह रकम दोगुनी हो जाएगी। किसान विकास पत्र में आप कम से कम 1000 रुपये से निवेश कर सकते हैं।

किसान विकास पत्र में निवेश करने के कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की है। ऐसे में आप जितनी चाहे राशि इस योजना में निवेश कर सकते हैं। किसान विकास पत्र पर मौजूदा समय में 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। यह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और एचडीएफसी बैंक की तरफ से फिक्स डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज से अधिक है। एसबीआई वर्तमान में 10 साल की एफडी पर 6.25 फीसदी और एचडीएफसी 6.9 फीसदी की दर से ब्याज का ऑफर दे रहे हैं।

कोई भी व्यस्क खुद के या नाबालिग की तरफ से किसी भी पोस्ट ऑफिस से किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट खरीद सकता है। इस योजना में नॉमिनेशन की सुविधा भी मिलती है। किसान विकास पत्र को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे पोस्ट ऑफिस ट्रांसफर भी किया जा सकता है। केवीपी जारी होने की तारीख से 2.5 साल बाद आप इसमें जमा राशि को निकाल भी सकते हैं।