योगी सरकार ने लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों को बड़ा तोहफा दिया है। इसके बाद अब लोगों को आरटीओ ऑफिस में दलालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। अब प्रदेश के डेढ़ लाख से अधिक जनसुविधा केन्द्रों से भी यूपी परिवहन की ऑनलाइन सेवाओं का फायदा उठाया जा सकेगा। यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि सीएससी डिजिटल सेवा पोर्टल का एपीआई (एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) और एसबीआई-एमओपीएस (पेमेंट गेटवे) को सीएससी वॉलेट से जोड़ दिया गया है। लर्निंग लाइसेंस व कई अन्य सुविधाओं के लॉनलाइन आवेदन कर कर सकते हैं इसके लिए सिर्फ 30 रुपये शुल्क इन केन्द्रों पर देना होगा।
किस सुविधा के लिए क्या होगा शुल्क?
परिवहन विभाग ने सभी सुविधाओं के लिए शुल्क तय कर दिया है। लोगों को किसी भी सुविधा का सफल ट्रांजेक्शन होने पर प्रति सेवा पर 30 रुपये का भुगतान ही सीएससी संचालक को करना होगा। इसके साथ ही डॉक्यूमेंट अपलोडिंग, प्रिंटिंग, फोटोकॉपी, स्कैनिंग आदि के लिए शुल्क अलग से देना होगा। इसके लिए भी दरें तय कर दी गई हैं। प्रति पेज स्कैनिंग/अपलोडिंग के लिए दो रुपये, प्रिन्टिंग के लिए प्रति पेज तीन रुपये और फोटोकॉपी के लिए प्रतिपेज दो रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है।
जनसुविधा केंद्र से भी मिलेगी सुविधा
इन सुविधाओं का लाभ प्रदेश के सभी जनसुविधा केंद्रों से उठाया जा सकेगा। प्रदेश में डेढ़ लाख से अधिक अभी तक साइबर कैफे संचालक व दलाल आनलाइन आवेदन के लिए मनमानी रकम वसूल रहे थे। दयाशंकर सिंह के मुताबिक नई व्यवस्था से लोगों को भ्रष्टाचार से छुटकारा मिलेगा। इसके अलावा फेशलेस की गई सेवाओं जैसे लर्निंग लाइसेंस, पता बदलना, नाम बदलना, फोटो और हस्ताक्षर बदलना, डुप्लीकेट लाइसेंस जारी करना, डुप्लीकेट डीएल आदि को सीएससी के जरिए बिना आरटीओ कार्यालय जाए करवाया जा सकता है।