सर्दियां दस्तक दे चुकी हैं। नहाने के लिए सुबह गुनगुना पानी चाहिए होता है, जो गीजर में झट से गर्म हो जाता है। मगर सही तरीका नहीं अपनाएं, तो यह आपके बिजली बिल का खर्च बढ़ा सकता है। चूक होने पर सही में करारा बिजली का झटका भी देता है। ऐसे में Jansatta.com पर जानें इसे चलाने के सही तरीके, जिससे न केवल आप बिजली बिल बचाएंगे बल्कि हादसों का शिकार होने से भी बचेंगे।

ये सेटिंग जरूर करें दुरुस्त
अधिकतर गीजर्स में एक डिवाइस होती है, जिसे थर्मोस्टेट कहते हैं। यह पानी को तय तापमान तक गर्म करता है, जिसके बाद यह खुद बंद हो जाता है। बार-बार यह पानी के तापमान को मापता है। अगर पानी ठंडा होने लगता है, तो यह फिर चालू हो जाता है और उसे गर्म करने लगता है। बिजली की खपत गीजर में डाले जाने वाले पानी पर और उसके थर्मोस्टेट पर निर्भर करती है। ऐसे में थर्मोस्टेट की सेटिंग को बैलेंस्ड रखें।

देर तक चालू न रखें गीजर
पानी गर्म करने के बाद कई लोग गीजर को चालू छोड़ देते हैं। आपकी यह छोटी सी भूल बिजली की बहुत ज्यादा बर्बादी करती है। चूंकि पानी गर्म होने पर गीजर खुद-ब-खुद बंद हो जाता है और ठंडा होने पर दोबारा चालू हो जाता है। ऐसे में अगर एक दिन गीजर खुल छूट जाए, तो यह पूरे दिन बिजली खाता रहेगा।

सही आकार का करें चुनाव
जरूरत के हिसाब से ही गीजर खरीदें। परिवार के सदस्यों की संख्या का ध्यान रखें, फिर फैसला लें। बड़ा गीजर खरीदेंगे, तो उसमें बिजली भी खपत भी अधिक होगी।

रेटिंग को भी दे तव्वजो
गीजर खरीदते वक्त कंपनी, फीचर्स और आकार के अलावा एक चीज और मायने रखती है। स्टार रेटिंग। मतलब उस गीजर को ही अपने घर लाएं, जिसकी रेटिंग अच्छी हो। ये रेटिंग बिजली खपत और इनकी गुणवत्ता के आधार पर दी जाती है।

ये बातें भी रखें जहन में –
– प्लास्टिक पाइप लगे गीजर के बजाय स्टील के पाइप वालों को प्राथमिकता दें
– गीजर के भीतर की एनोड रॉड्स को समय-समय पर बदलवाते रहें
– थर्मोस्टेट को हमेशा ढंक कर रखना चाहिए।
– ध्यान रखें कि इलेट्रिकल आइसोलेटर स्विच गीजर के एक मीटर के भीतर हो।
– पानी टकपता है, तो उसे नजरअंदाज न करें। फौरन ठीक कराएं।