Tips for Write a Cheque for Safe Transaction: क्या आप कैश की जगह चेक से पेमेंट करते हैं। चेक से पेमेंट करना यूं तो कैश लेन-देन से ज्यादा सुरक्षित माना जाता है लेकिन इसमें कुछ सावधानियां न बरतने पर यह नुकसान भरा साबित हो सकता है। चेक से लेन-देन में छोटी-छोटी गलतियां ही हम पर भारी पड़ जाती हैं। जल्दबाजी में चेक के साथ की गई लापरवाही नुकसान की वजह बन सकती है। आइए जानते हैं चेक से पेमेंट के दौरान किन बातों का ख्याल रखा जाना चाहिए:-
1. चेक के जरिए आप अगर आप किसी के बैंक खाते में डायरेक्ट पेमेंट करना चाहते हैं तो चेक पर अकाउंट पेई जरूरत डालें
2. बेनेफिशियरी का नाम लिखते हुए उसकी स्पैलिंग जरूर चेक करें यानि की जो बैंक अकाउंट में स्पैलिंग हो वहीं दर्ज करें
3. चेक पर डाली गई तारीख के बाद से 3 महीने तक चेक को वैलिड माना जाता है। ऐसे में चेक से पेमेंट रिसीव करने या पे करने पर डेट का जरूर ध्यान रखें
4. चेक का अमाउंट दर्ज वक्त शब्दों और नंबर दोनों का इस्तेमाल करें, इसका फायदा ये होगा कि आपके की तरफ से दर्ज अमाउंट पर कोई हेरफेर नहीं कर सकेगा
5. अमाउंट दर्ज करने के बाद शब्दों और अंकों में ‘/-‘ साइन डालना न भूलें
6. अक्सर देखा गया है कि लोग चेक भरते समय अमाउंट दर्ज करने के दौरान शब्दों और अंकों के बीच ज्यादा स्पेस रखते हैं। ऐसा करने से बचें। आप ठगी का शिकार हो सकते हैं।
7. अपने बैंक खाते में मौजूद बैलेंस को चेक करें और उसके बाद ही चेक में अमाउंट दर्ज करें। अगर चेक में भरा अमाउंट बैंक अकाउंट में मौजूद बैलेंस से कम होगा तो चेक बाउंस हो जाएगा और पेनल्टी लगेगी।