आज के दौर में बच्चों की महंगी होती पढ़ाई, एक सामान्य आर्थिक स्थिति वाले व्यक्ति के लिए चिंता का सबब हो सकती है। हालांकि बच्चों को बेहतर भविष्य देना अधिकांश मां-बाप का सपना होता है। यही वजह है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए शुरुआत से ही निवेश करना बेहतर विकल्प है। गौरतलब है कि सामान्य मुद्रास्फिति के मुकाबले शिक्षा मुद्रास्फिति तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में ऐसी योजना में निवेश करना बेहतर है, जो कि कुछ साल बाद बेहतर रिटर्न के साथ ही बढ़ती मुद्रास्फिति के हिसाब से भी फायदा दे। वैसे तो बच्चों की एजुकेशन के लिए निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ विकल्प के बारे में बता रहे हैं, जिनमें निवेश आपके बच्चे के सुरक्षित भविष्य की गारंटी बन सकता है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ-Public Provident Fund): पीपीएफ निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प है। बता दें कि बच्चों के नाम पर उनके माता-पिता भी पीपीएफ खाता खुलवा सकते हैं। इस खाते में एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए ही निवेश किए जा सकते हैं। खास बात ये है कि इस स्कीम में मिली धनराशि पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है। पीपीएफ योजना 15 साल के लिए होती है, लेकिन मैच्योरिटी के बाद इसे 5 साल के लिए बढ़ाया भी जा सकता है। अभी पीपीएफ पर सरकार की तरफ से 7.9 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है।
सुकन्या समृद्धि योजनाः सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत बच्चियों की आर्थिक जरुरतों को देखते हुए की गई है। इस योजना में निवेश के लिए बच्ची की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए। बच्चे के 21 साल का होने पर यह स्कीम मैच्योर होगी। खास बात ये है कि इस योजना में बच्ची के माता-पिता को सिर्फ 15 साल तक ही निवेश करना है, जब बच्ची 18 साल की हो जाएगी तो यह स्कीम बंद हो जाएगी। हालांकि ऐसा सिर्फ लड़की की शादी की स्थिति में होगा। इस योजना के तहत भी टैक्स बचत का फायदा मिलता है। फिलहाल इस योजना में ब्याज दर 8.4 प्रतिशत सालाना है।
इक्विटी म्युचुअल फंडः पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजनाओं में भले ही टैक्स का फायदा मिले, लेकिन इन योजनाओं में मिला धन लंबे समय के लिए मुद्रास्फिति की समस्या से निपटने में कारगर नहीं रहता है। समय के साथ बढ़ती महंगाई की समस्या को देखते हुए बच्चों के भविष्य के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश काफी अच्छा साबित हो सकता है। इक्विटी म्युचुअल फंड में में इंडेक्ठ फंड, लार्ज कैप फंड और मिड कैप फंड में से जरुरत के मुताबिक कोई भी विकल्प चुना जा सकता है। इक्विटी फंड में रिस्क प्रोफाइल के हिसाब से भी निवेश योजना का चुनाव किया जा सकता है। जानकारों के मुताबिक 10 साल या इससे ज्यादा समय के निवेश के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश बेहतरीन विकल्प है। वहीं कम समय जैसे 1-3 साल के लिए बैंक एफडी आदि जैसे विकल्प ज्यादा सही रहेंगे।
चाइल्ड म्युचुअल फंडः चाइल्ड म्युचुअल फंड भी बच्चों के भविष्य को देखते हुए निवेश के लिए बेहतर हैं। हालांकि इसके लिए लंबे समय का निवेश ज्यादा अच्छा है। चाइल्ड म्युचुअल फंड में मिलने वाला रिटर्न मुद्रास्फिति की समस्या से निपटने में भी सक्षम है।
चाइल्ड इंश्योरेंस प्लानः कई लाइफ इंश्योरेंस प्लान खास तौर पर बच्चों के लिए बनाए गए हैं। कुछ इंश्योरेंस प्लान में प्रीमियम में कुछ छूट की भी सुविधा मिलती है और मैच्योरिटी पर अच्छी खासी रकम आपके बच्चे के भविष्य को सुरक्षित कर सकती है।