अगर आपने भी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर ऑनलाइन पेमेंट की है तो हो सकता है आपका अकाउंट भी खतरे में है। दरअसल, सिंगापुर की एक साइबर सिक्योरिटी कंपनी ने बताया कि एक डार्क वेबसाइट (जासूसी वेबसाइट) पर 461,976 कार्ड (क्रेडिट/डेबिट) की लेन-देन की जानकारियां मौजूद हैं। इनमें से 98 फीसदी से ज्यादा कार्ड भारत के बड़े बैंकों के हैं। खबरों के मुताबिक डार्क वेबसाइट पर बिक रही इन जानकारियों की कीमत करीब 4.2 मिलियन डॉलर यानी करीब 30 करोड़ रुपये से भी अधिक है।
इन जानकारियों में कार्ड नंबर, एक्सपायरी डेट , सीवीवी / सीवीसी कोड और यहां तक कि अतिरिक्त जानकारी जैसे कार्डधारकों का पूरा नाम, साथ ही उनके ईमेल, फोन नंबर और पते शामिल हैं। यह दूसरा मौका है जब भारतीय कार्डधारकों के विवरण Joker’s Stash पर रखा गया है। जिसे Group-IB द्वारा पता लगाया गया है।इससे पहले अक्टूबर 2019 में, फर्म को डार्क वेबसाइट पर भारतीय बैंकों के ग्राहकों के 1.3 मिलियन क्रेडिट और डेबिट कार्ड रिकॉर्ड का एक डेटाबेस मिला था।
आईबी ग्रुप के प्रमखु Dmitry Shestakov का कहना है कि पिछले साल अक्टूबर में जो मामला दर्ज किया गया था उसमें कार्ड के मैगनेटिक स्ट्रीप से जानकारियां चुराई गई थी। इस बार जो मामला सामने आया है उसमें ऑनलाइन पेमेंट के दौरान डेटा चुराया गया है।
ग्रुप-आईबी ने बताया कि डेबिट-क्रेडिट कार्ड की जानकारी बेचे जाने के बारे में इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (सीईआरटी-इन) को जानकारी दे दी गई है।