पैंडोरा पेपर्स में भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की बहन की संपत्ति का खुलासा किया गया था। स्विस बैंक के अकाउंट में पूर्वी मोदी के 275 करोड़ रुपये जमा होने की बात कही कई थी। सूत्रों का कहना है कि नीरव मोदी की बहन ने अपने ट्रस्ट के इस पैसे को सरकार को देने का ऑफर दिया है। द इंडियन एक्सप्रेस के सूत्रों के मुताबिक पूर्वी मोदी की शर्त है कि अगर सरकार उन्हें हर तरह से माफ कर दे तो वह सारी संपत्ति का ब्यौरा देने को तैयार हैं।

साल 2018 में नीरव मोदी के देश छोड़कर भागने से पहले ही ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि पूर्वी मोदी ने ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में ब्रूकटन मैनेजमेंट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई है। इसका इस्तेमाल सिंगापुर की ट्रस्ट कंपनी के पैसे जमा करने के लिए भी किया जा रहा था।

बीवीआई कंपनीज के लिए डिक्लेरेशन फॉर्म में पूर्वी मोदी ने बताया था कि जो पैसा उन्होंने ब्रुकटन में लगाया है वह उनकी व्यक्तिगत कमाई का है। उन्होंने कहा था कि फायरस्टार के क्रिएटिव डायरेक्टर के रूप में उन्होंने पैसा कमाया है। यह फर्म भी पीएनबी के साथ धोखाधड़ी करने का आरोपी है।

सरकार को भेजे थे 17 करोड़ रुपये
प्रवर्तन निदेशालय ने बताया था कि भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की बहन ने ब्रिटेन के बैंक खाते से 17 करोड़ से अधिक रुपये भारत सरकार को भेजे थे। पीएनबी धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी की मदद करने के आपराधिक मामले में पूर्वी को छूट दी गई थी। पूर्वी मोदी की मदद से ईडी को करीब 17 करोड़ रुपये हासिल हुए थे।

नीरव मोदी ने पीएनवी की बार्टी हाउस शाखा के अधिकारियों के साथ मिलकर लगभग 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक फर्जी ऋणपत्रों के माध्यम प्राप्त किया था। इसके लिए उसने कई पोंजी योजना की भी शुरुआत की थी। इस मामले में नीरव मोदी के अलावा उनकी पत्नी एमी मोदी, भाई निशल मोदी और मेहुल चौकसी भी आरोपी है।