सोमवार को सरकार ने नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा हो रहे काले धन को रोकन के लिए एक और घोषणा कर दी। सरकार ने बैंकों में 500 और 1,000 रुपये के पुराने नोटों को जमा करने की सीमा तय कर दी है। नए आदेश के तहत अब ग्राहक 30 दिसंबर तक एक अकाउंट में 5,000 रुपये से ज्यादा मूल्य के पुराने सिर्फ एक बार जमा कर पाएंगे। गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद से ही फर्जी बैंक खाते खोलकर कई लोगों ने अपने काले धन को सफेद करने की कोशिश करने के कई मामले सामने आए हैं। इस सिलसिले को रोकने के लिए ही सरकार ने यह नया कदम उठाया है। सरकार के इस कदम की काफी आलोचना भी हो रही है क्योंकि इससे पहले सरकार खुद कह चुकी है पैसा जमा करने पर कोई रोक नहीं होगी।सरकार के इस फैसले की ट्विटर यूजर्स ने जमकर मजाक उड़ाया। कुछ यूजर्स ने तो कालेधन के हाथों नोटबंदी की कमर टूटने तक की बात कह डाली।

https://twitter.com/imRo450/status/810909864025325568

इससे पहले वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस फैसले पर जानकारी दी कि लोग बैंक खातों में पुराने नोटों की बड़ी रकम बार-बार नहीं जमा करा जा सकते। उन्होंने आगे कहा कि लोग अब 5,000 रुपये तक की रकम, 30 दिसंबर तक एक बार ही जमा करा सकते हैं जिस पर कोई बैन नहीं है। वहीं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के नाम से काला धन घोषणा की नई स्कीम के तहत पैसे जमा कराने की कोई सीमा नहीं होगी। ये जानकारी 17 दिसंबर को वित्त मंत्रालय की ओर से जारी की गई थी। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार घर में नकदी रखने की सीमा भी तय कर सकती है। माना जा रहा है 15 लाख से ज्यादा घर में नकदी रखने पर सरकार रोग लगा सकती है।