Tiger Killed trainer Viral News: जानवर को पालने का शौक रखने वाले लोगों के लिए यह खबर वाकई हैरान कर देने वाली है। जी हां, अमेरिका के ओकाहोमा ग्रोलर पाइन्स टाइगर प्रिजर्व में रेयान इज्ली नाम के टाइगर हैंडलर की दर्दनाक मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक, बीते शनिवार को रेयान इज्ली पर उन्हीं के पालतू टाइगर ने हमला कर दिया जिससे उनकी मौत हो गई। देखते ही देखते यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जो टाइगर रेयान के इशारों पर सब करता था उसने ही उनकी जान ले ली।
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इस घटना ने उन लोगों को खासकर चौंका दिया है जो शेर और बाघ जैसे जानवरों को भी पालने का शौक रखते हैं। दुबई में ऐसे कई लोग हैं जो शेर, चीता और बाघ को पालते हैं।
बाघ जैसे जानवर के साथ होता था दोस्ताना बर्ताव
रेयान इज्ली जिन्हें लोग टाइगर किंग के नाम से भी जानते थे उन्हें एक बाघ ने अपना निवाला बना लिया। रेयान इज्ली पिछले कई सालों से ग्रोलर पाइन्स टाइगर प्रिजर्व में बाघ समेत कई जंगली जानवरों को ट्रेंड करने में लगे हुए थे। बाघ के साथ खेलना-कूदना और उसके साथ मस्ती करने से ही वह फेमस हुए थे। रेयान की देखभाल में जंगली से जंगली जानवर भी पालतू पशु जैसा बर्ताव करता था। इस प्रिजर्व के आधा दर्जन बाघों की देखभाल करने का जिम्मा उन्हीं का था। पर्यटकों के सामने बाघ अक्सर रेयान के साथ खेलते नजर आते थे। वो लोगों को दिखाता कि कैसे जंगली जानवरों को भी ट्रेंड किया जा सकता है।
रेयान की मौत के बाद प्रिजर्व को किया गया बंद
टाइगर किंग रेयान इज्ली की मौत पर प्रिजर्व ने बयान जारी कर कहा है कि यह घटना हमें बहुत तकलीफ पहुंचा कर गई है। रेयान को अपने काम के खतरों के बारे में पता था। उनकी जान लापरवाही नहीं प्यार के चलते गई है। इस घटना के बाद इस सेंटर को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है।
रेयान इज्ली की मौत का एक पहलू ये भी
रेयान की मौत का एक दूसरा पहलू भी सामने आया है। दरअसल, ये कहा जा रहा है कि रेयान अक्सर बाघों पर अत्याचार भी करते थे इसलिए बाघ ने गुस्से में आकर उस पर हमला कर दिया। पेटा के मुताबिक, बाघों की ट्रेनिंग के दौरान रेयान अक्सर उन पर अत्याचार किया करता था। रेयान पहले Joe Exotic के साथ काम किया करता था। इस दौरान वह बाघों को ट्रेंड करने के लिए उन्हें प्रताड़ना देता था। वो इन बाघों को जगह-जगह ले जाकर सर्कस दिखाता।
पेटा का यह भी कहना है कि 2017 में एक बार बाघ को 31 बार मारने का मामला भी सामने आया था। वो अक्सर बाघों को घंटों पिजरों में बंद रखता था। पेटा का कहना है कि जंगली जानवर के पास इंसानों का जाना कभी भी सुरक्षित नहीं होता है। जानवरों का इस्तेमाल मनोरंजन के लिए नहीं होना चाहिए।