बांग्ला की जानी-मानी साहित्यकार और सामाजिक कार्यकर्ता महाश्वेता देवी का गुरुवार (28 जुलाई) को कोलकाता में निधन हो गया है। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ट्विटर पर ट्वीट्स की बाढ़ आई हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी महाश्वेता देवी के लिए ट्वीट किया। ऐसे में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी दुख जताने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। लेकिन अपने ट्वीट में उन्होंने एक ‘गड़बड़’ कर दी। दरअसल, हुआ यह था कि सुषमा स्वराज ने अपने ट्वीट में महाश्वेता देवी की जिन किताबों का जिक्र किया था वह उनके द्वारा लिखी ही नहीं गई थी। वे किताबें आशापूर्णा देवी ने लिखी थीं। जिन किताबों के नाम गलत लिखे गए थे उनका नाम Pratham Pratishruti और Bakul Katha था। हालांकि, बाद में ट्वीट को डिलीट कर दिया गया था, लेकिन तबतक यह ज्यादातर लोगों की नजर में आ चुका था।
सुषमा स्वराज की यह गलती लोगों की नजर में जल्दी से इसलिए आ गई क्योंकि महाश्वेता देवी के नाम से सब परिचित थे और उनकी किताबों के बारे में भी लगभग सब लोग जानते थे। इसके साथ ही कल पूरा दिन महाश्वेता देवी ट्विटर पर ट्रेंड भी कर रहा था। महाश्वेता देवी ने साहित्य अकादमी और ज्ञानपीठ पुरस्कार जैसे इनाम अपने नाम किए हुए थे। इसके साथ ही उन्हें रमन मैग्सेसे पुरस्कार भी मिला हुआ था। ट्वीट के डिलीट होने से पहले ही यह लोगों की नजर में आ गया था। इसके बाद लोगों ने सुषमा के उस ट्वीट को शेयर करते हुए कमेंट करना शुरू कर दिया। देखिए, बाद में कैसे-कैसे ट्वीट आए-
@SushmaSwaraj when u dint know what Mahasweta Devi hs written pls be mum..as ur wrong info defames such renowned personality….
— @kamalikasengupt (@kamalikasengup2) July 28, 2016
Those two books were written by Ashapurna Devi, NOT Mahasweta Devi, Ma'am. @MEAIndia
— Reshmi Dasgupta (@ReshmiDG) July 28, 2016
None of these are written by Mahasweta Devi. Confusing with Ashapurna Devi. Change ur script writer. Shame!
— Debasish chakraborty (@debuganashakti) July 28, 2016
Dear @SushmaSwaraj. Mahasweta Devi & Ashapunra Devi are Bengal's pride. Ignorance is not always a bliss.
— Aparna (@chhuti_is) July 28, 2016
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