प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी पर की गई टिप्पणी पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। सोशल एक्टिविस्ट मधु पूर्णिमा किश्वर ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी है। मधु पूर्णिमा ने रेणुका चौधरी के एक बयान पर टिप्पणी देते हुए कहा है कि जब आप किसी से रॉयल ट्रीटमेंट की उम्मीद करती हैं तो आपको भी गंवारों की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए। मधु पूर्णिमा किश्वर ने रेणुका चौधरी को सलाह भी दी है कि उन्हें इसे बहाने से लोगों को उनकी निजी जिंदगी में झांकने के लिए उकसाना नहीं चाहिए। इससे पहले रेणुका चौधरी ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने उनपर निजी टिप्पणी की है। रेणुका चौधरी ने कहा था, “आप उनसे और क्या उम्मीद कर सकते हैं, मैं उन्हें जवाब देने के लिए उस स्तर तक नहीं गिर सकती हूं, वास्तव में इसी को महिलाओं की गरिमा के स्तर को नीचे गिराना कहते हैं।” मधु पूर्णिमा किश्वर ने उन्हें जवाब देते हुए ट्वीट किया, “ओह डियर, बहुत मजेदार-अब आप महिला विक्टिम कार्ड खेल रही हैं! वो सभी महिलाएं जो शाही नजाकत के साथ ट्रीट होना चाहती हैं, अच्छा होगा कि वे सभी उसी तरह व्यवहार करना भी सीखें, आप उम्मीद करें कि आपके साथ सम्मान के साथ पेश आया जाए तो आप एक गंवार, मंद बुद्धि जैसा बिहेव नहीं करती हैं।”
Renuka ji better not provoke people into opening skeletons in your “family cupboard” and personal life. Social Media can be very unforgiving. https://t.co/OKLAEycmbL
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) February 8, 2018
Oh dear, very charming–playing woman victim card! All those women who wish to be treated with royal nazakat better learn to behave likewise. You can’t behave like an uncouth lumpen & expect to be treated with reverence. https://t.co/Vg9j0Svixb
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) February 8, 2018
मधु पूर्णिमा किश्वर ने रेणुका चौधरी को सलाह देते हुए एक और ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “रेणुका जी अच्छा होगा आप लोगों को आपके पारिवारिक और निजी जिंदगी के बारे में गड़े मुर्दे उखाड़ने के लिए मजबूर नहीं करें, सोशल मीडिया नहीं माफ करने वाला भी हो सकता है।” बता दें कि बुधवार (7 फरवरी) को प्रधानमंत्री राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे थे उसी दौरान किसी बात पर कांग्रेस की नेता रेणुका चौधरी जोर से हंसीं। सभापति एम वेंकैया नायडू ने रेणुका के हंसने पर उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए टोका और कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘रेणुका जी को कुछ मत कहिए क्योंकि रामायण धारावाहिक समाप्त होने के बाद पहली बार ऐसी हंसी सुनाई दी है।’’