प्यार क्या है शायद आजतक कोई समझ नहीं पाया, अभी भी इसे लेकर लोग आपस में बहस कर लेते हैं। इसकी सटीक परिजभाषा नहीं, हर कोई प्यार को लेकर अलग सोच रखता है। लोगों का मानना है कि प्यार कभी भी उम्र देखकर या तर्क से बने नियमों को ध्यान में रखकर नहीं किया जाता। प्यार की कोई सीमा नहीं होती, न ही उम्र मायने रखता है। आजकल रिलेशनशिप में कैजुअल डेटिंग को महत्व दिया जाता है यानी प्यार हो या न हो लेकिन डेटिंग के नाम पर आज एक के साथ तो कल दूसरे के साथ रिश्ता बन जाता है। लोग एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में तो चले जाते हैं मगर उनमें प्यार नहीं होता, डेट कर रहे होते हैं मगर एहसास की कमी होती है… ऐसे समय में बहुत कम जोड़े ऐसे होते हैं जो उम्र या सामाजिक मर्यादाओं से बंधे हुए एक-दूसरे से गहरा प्यार करते हैं। निखिल दोशी और गीता दोशी की प्रेम कहानी इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है, आइए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।
दरअसल, गीता को 22 साल तक असफल शादी का सामना करना पड़ा। जब कनाडा में रहते हुए उनके पति ने अचानक उन्हें छोड़ दिया तो वह टूट गईं। हाल ही में ब्रूट इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में गीता ने कहा, ‘एक दीवाली मेरे पति घर छोड़कर चले गए…मैंने पुलिस को फोन किया। आधे घंटे बाद उसने कहा, “वह सुरक्षित है लेकिन घर लौटने से इनकार कर रहा है… इसके बाद जब वे लौटे मेरा हाथ पकड़ लिया और फैसला किया कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं इस हाथ को नहीं छोड़ूंगा लेकिन 6 महीने बाद वे फिर मुझे अकेला छोड़कर चले गए इसके बाद 2015 में हमारा तलाक हो गया।
पहले पति ने छोड़ा तो निखिल बने सहारा
2016 में गीता की मुलाकात निखिल से हुई जो उनसे 20 साल छोटा था। निखिल और गीता के बीच बातचीत और भावनात्मक सहयोग धीरे-धीरे गहरी दोस्ती में बदल गई। 2016 में तलाक के बाद गीता अपने पूर्व पति की शादी की खबर से सदमे में थीं।
ब्रुट से बात करते हुए निखिल ने कहा, ‘मैं 3 साल तक उसके अतीत के बारे में जानता रहा… एक दिन मैंने साफ कह दिया, ‘गीता, ये सब छोड़ो मुझसे शादी करोगी या नहीं?’ दोनों के बीच उम्र में 20 साल का अंतर होने के कारण निखिल के परिवार ने इस रिश्ते को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उनकी मां हैरान रह गईं, जबकि उनके भाई ने साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “वह महिला लगभग तम्हारी मां की उम्र की है।”
परिवार के विरोध के बावजूद की थी शादी
वहीं, गीता को यह भी शक था कि क्या वह इतनी अधिक उम्र में इस रिश्ते को निभा पाएगी लेकिन निखिल शादी करने के अपने फैसले पर अड़े रहे। धीरे-धीरे दोनों परिवारों ने अपने प्यार का साथ छोड़ दिया। दोनों ने दिसंबर 2020 में शादी कर ली। आज निखिला की मां गीता को ‘मेरी प्यारी बहू’ कहकर बुलाती हैं। गीता कहती हैं, ‘मैंने सोचा 2 साल, 4 साल या 5 साल… जो भी समय मिलेगा, हम खुलकर जीएंगे लेकिन ये चार साल हमारे जीवन के सबसे सुखद साल थे।’
निखिल और गीता आज उन सभी को प्रेरित करते हैं जो मानते हैं कि सच्चे प्यार की कोई उम्र सीमा नहीं होती। वे कहते हैं, ”मजबूत रिश्ते के लिए उम्र सिर्फ एक नंबर है।” निखिल कहते हैं, ”प्यार की कोई उम्र नहीं होती…बस मन का मेल होना जरूरी है।” खैर, इस खबर आपकी क्या राय है?
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