सऊदी अरब के प्रिंस माजिद बिन अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अज़ीज अल सऊद को लेकर मीडिया में एक खबर वायरल हो गई है। मई महीने से यह रिपोर्ट सोशल मीडिया और इंटरनेशनल मीडिया में छाई रही। सोशल मीडिया के अलावा अखबारों, वेबसाइटों समेत अन्य माध्यमों ने भी इसे कवर किया। सोशल मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक सऊदी प्रिंस ने मिस्र के एक कसीनो में 6 घंटे बिताए और वह जुए में अपनी 9 में से 5 बीवियों को हार गए। 5 बीवियों के हारने के साथ ही वह 359 मिलियन डॉलर (करीब 22 अरब रुपए) भी गंवा बैठे। आपको भी यह सुनकर हैरानी हो रही होगी। हालांकि यह एक फेक न्यूज रिपोर्ट है। रिपोर्ट्स में जिस सऊदी प्रिंस माजिद बिन अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अज़ीज अल सऊद की बात की जा रही है, उनकी लंबी बीमारी के बाद साल 2003 में मौत हो गई थी। इस आधार पर साफ पता चल जाता है कि यह फर्जी खबर है या फिर कोई मजाक है।

पूरी दुनिया के सामने आई ये फेक न्यूज
World News Daily Report पर लगी खबर में कहा गया है कि प्रिंस माजिद पूरी दुनिया में ड्रग लेने और जुआ खेलने का लती होने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन अबकी बार जो हुआ है उस पर यकीन नहीं होगा। मिस्र के जाने-माने सिनाई ग्रैंड कसीनों में करीब 6 घंटे उन्होंने पोकर खेला। उस शाम वह सैकड़ों डॉलर हार गए। यही नहीं कर्जा चुकाने के लिए उन्होंने अपनी 5 पत्नियों को भी दांव पर लगा दिया। रिपोर्ट में कसीनो के डायरेक्टर के हवाले से कहा गया है कि पत्नियों के बदले में प्रिंस को 25 मिलियन डॉलर मिले, जिसे भी वो हार गए और अपनी बीवी को छोड़कर चले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बात को लेकर भी पशोपेश है कि मिस्र सरकार और सऊदी परिवार के बीच इस मुद्दे पर क्या निष्कर्ष निकला। रिपोर्ट्स में कहा गया कि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि प्रिंस की पत्नियों का क्या होगा। क्या उन्हें सऊदी वापस भेजा जाएगा? कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अगले कुछ हफ्तों में सऊदी का शाही घराना इन्हें खरीदकर वापस ले जाएगा। अगर वह ऐसा नहीं करते आते हैं तो आने वाले कुछ महीनों में कतर या यमन में इन्हें नीलाम कर दिया जाएगा।

World News Daily Report का स्क्रीनशॉट।
कई वेबसाइट्स ने लगाया। (Screengrab)

दरअसल, जिस वेबसाइट World News Daily Report पर यह रिपोर्ट प्रकाशित की गई थी। वह एक सटायर (satire) वेबसाइट है, लेकिन इसमें रिपोर्ट्स और खबरों में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है। जिस वजह से गलतफहमी पैदा हो गई और इसे रिपोर्ट को सही समझ कर कई न्यूजपेपर और वेबसाइट्स ने इस खबर को लगा दिया। वेबसाइट के डिस्कलेमर में इस बात जिक्र किया है कि यह सटायर वेबसाइट है।