सोशल मीडिया पर इन दिनों रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी की फोटो बहुत शेयर की जा रही है, जिसमें वे हाथ में एके 47 लिए दिखाई दे रहे हैं। यह कोई फोटोशूट नहीं जिसमें एसएसपी एके 47 लिए दिख रहे हैं बल्कि ये उस वक्त की तस्वीर है जब कुलदीप द्विवेदी ने अपराधियों के खिलाफ मोर्चा संभाला था। खबरों के मुताबिक कुलदीप द्विवेदी के नेतृत्व वाली पुलिस टीम की जेएससीए इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के पास अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में रांची के कई पुलिस थानों की टीम शामिल थीं, जिन्होंने काफी देर तक चली इस मुठभेड़ के बाद दो अपराधियों को गिरफ्तार किया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर में आप देख सकते हैं कि कुलदीप द्विवेदी के हाथ में एके 47 हैं और वे नंगे पैर हैं। कुलदीप द्विवेदी की पेंट नीचे से मिट्टी में गंदी हो रखी है जिसे देखकर पता चल रहा है कि अपराधियों को किस कदर एसएसपी ने दौड़ाया होगा। एसएसपी इस जांबाजी की ट्विटर यूजर्स काफी तारीफ कर रहे हैं। एक ने लिखा ऐसे जाबांज देश में होंगे तो अपराधियों का सफाया निश्चित है। एक ट्विटर यूजर ने लिखा रांची के कुलदीप द्विवेदी जी असली सिंघम हैं, आपको सलाम है सर। तरह कई यूजर्स ने कुलदीप द्विवेदी की जमकर तारीफ की।
Two shooters arrested after fierce encounter by Ranchi Police leaded by SSP Kuldeep Dwivedi today near JSCA stadium. @JharkhandPolice pic.twitter.com/PzCeH37RW4
— Siddharth Banerjee (@siddharthranchi) October 15, 2017
Real Singham Ranchi ASP Kuldeep Dwivedi Ji
I Salute You sir…@abpnewshindi @aajtak @dasraghubar @narendramodi pic.twitter.com/Foiitzu0mF— ابرار احمد (@Abrar727) October 16, 2017
एक पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक एसएसपी कुलदीप द्विवेदी को अपने मुखबिरों से सूचना मिली थी कि जग्गनाथपुर मंदिर के पीछे मैदान में अपराधी हथियार के साथ दिखाई दिए हैं। यह सूचना एसएसपी ने तुरंत ही जग्गनाथपुर थाने के अधिकारियों को दी और खुद भी रांची के अन्य थानों की पुलिस को लेकर घटनास्थल पर जा पहुंचे। पुलिस ने अपराधियों को चारों ओर से घरे लिए जिसके बाद अपराधियों के पास भागने का कोई विकल्प नहीं था। अपराधियों को किसी नामी व्यक्ति को जान से मारने की सुपारी दी गई थी जिसे अंजाम देने के लिए वे वहां पहुंचे थे। पुलिस और अपराधियों के बीच काफी देर तक मुठभेड़ चली लेकिन जब अपराधियों को लगा कि वे नहीं बच पाएंगे तो उन्होंने सरेंडर कर दिया।