बुधवार को बिहार की राजनीति में नाटकीय घटनाक्रम के बाद अब नीतीश कुमार बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं। मीडिया से मिल रही जानकारी के अनुसार नीतीश गुरूवार को शपथ लेंगे। साल 2013 में नीतीश कुमार पीएम मोदी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनाने के बाद एनडीए से खुद को अलग किया था इसके बाद पिछले चार सालों से रह रह कर संघ और बीजेपी के साथ उनका टिका टिप्पणी का दौर चलता रहा। अब एक दम से उन्होंने फिर एनडीए का दामन थाम लिया है। इसके साथ ही महागठबंधन की 20 महीने पुरानी सरकार गिर गई। जहां एक तरफ बीजेपी समर्थक इसे घर वापसी कह रहे हैं तो तो वहीं विरोधी इसे मौकापरस्ती बता रहे हैं। ऐसे ही एक चैनल पर बहस के दौरान जदयू प्रवक्ता और राजदीप में गर्मा गर्म बहस हो गई। राजदीप ने नीतीस के इस्तीफे क ड्रामा करार दे दिया जो वो पीएम मोदी और अमित शाह के साथ मिलकर ये ड्रामा कर रहे हैं। चर्चा में पवन काफी रक्षात्मक नजर आए। एक बार तो उन्होंने राजदीप से ये भी कह दिया कि मैं आपका गुस्सा ठंडा नहीं कर सकता।

 

इसस पहले नीतीश के इस दांव पर राजद आगबबूला हो गई है। राजद इस जनता के मत से गद्दारी करार दिया है। तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से समय भी मांगा और रात में पैदल मार्च भी निकाला। जदयू और बीजेपी ने 132 विधायकों के समर्थन की बात कही है। वहीं सबसे बड़ा दल होने के नाते राजद भी सरकार बनाने का दावा पेश कर रहा है।