हैदराबाद में आयोजित हो रहे ग्लोबल इंटरप्रिन्युरशिप समिट यानी वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात हुई। इस मुलाकात को पीएम मोदी ने सफल बताते हुए ट्वीट किया, जिस पर इवांका ट्रंप ने बहुत ही शानदार जवाब दिया है। मोदी ने लिखा, ‘डोनाल्ड ट्रंप की सलाहकार और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहीं इवांका ट्रंप के साथ हुई मुलाकात बहुत उत्तम रही।’
प्रधानमंत्री के इस ट्वीट पर इवांका ने जवाब देते हुए लिखा, ‘प्रधानमंत्री मोदी, आपसे मुलाकात होना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है। 8वें वार्षिक ग्लोबल इंटरप्रिन्युरशिप समिट की सह-मेजबानी करने के लिए धन्यवाद!’ इसके अलावा उन्होंने समिट की ओपनिंग सेरेमनी में पीएम मोदी की तारीफ भी की। इवांका ट्रंप ने कहा कि बचपन में चाय बेचकर किसी शख्स के लिए प्रधानमंत्री बन जाना एक बड़ी उपलबब्धि है। उन्होंने कहा कि यह साबित करता है कि भारत में परिवर्तनकारी बदलाव की बयार बह रही है।
It was an honor to meet with you Prime Minister Modi. Thank you for co-hosting the 8th annual Global Entrepreneurship Summit! @StateDept https://t.co/lb3gKv4N26
— Ivanka Trump (@IvankaTrump) November 28, 2017
Had a wonderful meeting with @IvankaTrump, advisor to @POTUS and leader of the US delegation at the @GES2017. pic.twitter.com/X5XE0UvEq9
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2017
वैश्विक उद्यमिता सम्मेलन (जीईएस) के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए इवांका ने कहा, “बात जब न्यायसंगत कानूनों की आती है तो कई विकसित और विकासशील देशों ने जबरदस्त प्रगति की है, लेकिन अभी भी काफी कुछ किया जाना बाकी है।” उन्होंने कहा कि कुछ देशों में महिलाओं को संपत्ति का अधिकार नहीं दिया जाता, अकेले सफर करने नहीं दिया जाता, या बिना अपने पतियों के सहमति से काम करने नहीं दिया जाता। वहीं, कुछ अन्य देशों में सांस्कृतिक और पारिवारिक दवाब इतना ज्यादा होता है कि महिलाओं को घर से बाहर जाकर काम करने की आजादी नहीं मिलती।
बता दें कि तीन दिवसीय वैश्विक उद्यमिता शिखर सम्मेलन का आयोजन 28 नवंबर से 30 नवंबर तक हैदराबाद इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर और हैदराबाद अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड फेयर में किया जा रहा है। तीन दिवसीय यह कार्यक्रम अमेरिका और भारत की भागीदारी में हो रहा है, जिसमें 159 देशों के 1,500 उद्यमी, निवेशक और इकोसिस्टम के समर्थक हिस्सा ले रहे हैं।