दुनियाभर में जानवरों के अधिकारों और उनके संरक्षण के लिए काम करने वाली मशहूर संस्था पेटा (People for the Ethical Treatment of Animals) ने एक ट्वीट कर सेलिब्रेशन के लिए जानवरों को ना मारने की अपील की। साथ ही पेटा ने लोगों से शाकाहार अपनाने की भी अपील की। हालांकि पेटा के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है। दरअसल पेटा ने अपने इस ट्वीट में ईद उल फितर के सेलिब्रेशन का जिक्र किया है। ट्वीट में पेटा ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि एक गाड़ी के पीछे मृत बकरी बंधी हुई जा रही है, जबकि उसके पीछे बकरी का बच्चा चल रहा है। ट्वीट में पेटा ने वीडियो को दुखदायक बताया है। वीडियो के साथ लिखा है कि She is not meat-She is my mother (यह मांस नहीं है, यह मेरी मां है)
हालांकि यहां पेटा एक गलती कर गई। जिसे लेकर लोगों ने उसकी खिंचाई करनी शुरु कर दी। दरअसल पेटा ने ट्वीट में ईद उल फितर के सेलिब्रेशन में जानवरों को ना मारने की बात कही, लेकिन ईद उल फितर मीठी ईद के तौर पर जानी जाती है और इस दिन लोग मीट नहीं बल्कि सिवाईंया खाते हैं। कुर्बानी वाली ईद उल अदहा होती है। यही वजह रही कि लोग पेटा के इस ट्वीट को गलत टाइमिंग वाला ट्वीट करार दे रहे हैं। वहीं एक यूजर ने पेटा के इस ट्वीट की आलोचना करते हुए लिखा कि ईद सिर्फ जानवरों को मारने का ही नाम नहीं है, बल्कि ईद पर जरुरतमंद लोगों की मदद की जाती है, जो लोग बकरी नहीं खरीद सकते, उन गरीबों को खुशियां देने के लिए ईद मनायी जाती है, ना कि सिर्फ मजे के लिए। आप सभी से शाकाहारी होने की उम्मीद नहीं कर सकते। वहीं एक यूजर ने ईसाईयों के त्योहार थैंक्स गीविंग पर टर्की मीट खाने पर तंज कसा।
This is heartbreaking
Animals don’t need to die for you to celebrate Eid al-Fitr. Have a #vegan holiday. pic.twitter.com/EwdvLeujlX
— PETA (@peta) June 4, 2019
एक यूजर ने तो पेटा के ट्वीट पर तंज कसते हुए दूध पर भी इंसानों का हक ना होने की बात कही और दूध पीना बंद करने को कहा। कुछ यूजर्स ने इस धर्म में दखल माना और ट्वीट की आलोचना की। वहीं पेटा के इस संदेश को कई लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। एक यूजर ने लिखा कि मैं जिन्दगी भर शाकाहारी रहा हूं और मांसाहार जरुरी नहीं है। वहीं एक यूजर ने त्योहार सेलिब्रेट करने के लिए जानवरों की हत्या करने को गलत बताया और पेटा के ट्वीट का समर्थन किया। इसके अलावा कई अन्य लोगों ने भी मांसाहार की आलोचना की और शाकाहार अपनाने की बात कही।