युवाओं में एक हद तक सोशल मीडिया के इस्तेमाल के बाद भले ही कमी आने लगती हो। लेकिन हालिया सर्वे के मुताबिक बुजुर्गों के सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने से उनके ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और शुगर के लेवल में कमी आती है। इतना ही नहीं इससे लोगों का अलेकापन भी दूर होता है। हालांकि यह यह भी एक तथ्य है कि ज्यादातर बुजुर्ग सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं। लेकिन यदि आपके माता पिता के साथ भी ऐसा है तो आप उन्हें स्मार्टफोन का इस्तेमाल सिखा कर उनका अकेलापन दूर करने में उनकी मदद कर सकते हैं।
रिसर्चर्स का कहना है कि सोशल मीडिया तकनीक के ईमेल, ट्विटर, स्काइप आदि में सफलता के साथ रिश्ते बना लेने की क्षमता है। अमेरिका के मिशिगन विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर विलियम चोपिक ने बताया, “सोशल तकनीक से हर किसी से जुड़ाव शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के जरिए अकेलेपन को घटाता है।” इस यूनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन में यह पाया गया है कि जो प्रतिभागी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहे वे जीवन से ज्यादा संतुष्ट थे और उनमें अवसाद के कम लक्षण दिखे। साथ ही उनमें उच्च रक्तचाप और मधुमेह का स्तर भी कम था।
इस अध्ययन में भाग लेने वाले 95 फीसदी से ज्यादा बुजुर्ग प्रतिभागियों ने कहा कि वे तकनीक से कुछ हद तक या बहुत संतुष्ट हैं, जबकि 75 फीसद प्रतिभागियों ने नई तकनीक सीखने का कोई विरोध नहीं करने की बात कही। अध्ययन में शोधकर्ताओं के दल ने तकनीक के इस्तेमाल के लाभ का परीक्षण किया। इसमें सोशल मीडिया से जुड़े औसतन 68 साल की उम्र वाले 591 प्रतिभागियों पर अध्ययन किया गया।

