अकसर देखा गया है कि धर्म को ढाल बना कर कई बार बहुत सारे लोग जहालत वाले काम करते हैं। शायद इसीलिए कहा गया है कि समय के साथ-साथ इंसान को अपने धर्म में मौजूद रूढ़िवादी तत्वों को कम करते जाना चाहिए। आपने देखा होगा कि बहुत सारे धर्मों से ढेरों ऐसी कुप्रथाओं का अंत हुआ है जो ना जाने कब से चली आ रही थीं। लेकिन आज भी कई ऐसी कुप्रथाएं मौजूद हैं जिन्हें खत्म करने को लेकर अकसर बहस देखने को मिलती है। सोशल मीडिया के सशक्त होने से आए दिन ऐसे ढोंगी बाबाओं, मौलानाओं या फिर धर्मगुरुओं के वीडियोज सामने आते रहे हैं जो धर्म के नाम पर अपने कौम के लोगों को बेवकूफ बनाए रखना चाहते हैं ताकि उनकी दुकानें चल सकें। हाल ही में एक ऐसा वीडियो खूब वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में एक इस्लामिक धर्मगुरू मंच से लोगों को ‘ज्ञान’ बांटते दिख रहे हैं। ये मौलाना लोगों से अपील कर रहे हैं कि सिर्फ एक महिला से निकाह करोगे तो कैसे चलेगा..हर मर्द को ज्यादा से ज्यादा शादियां करनी चाहिए। वीडियो में ये मौलाना कहते दिख रहे हैं कि जैसे-जैसे कयामत के दिन पास आएंगे वैसे-वैसे मर्दों की संख्या कम और औरतों की तादाद बढ़ती जाएगी। ये कह रहे हैं कि कयामत के करीब के दिनों में एक-एक मर्द को 50-50 औरतें मिलेंगी। ये मौलाना यह भी कह रहे हैं कि अगर औरतें ज्यादा हो जाएंगी और हम एक ही औरत के साथ शादी करेंगे तो बाकियों की क्या होगा। देखें पूरा वीडियो:
जरा सुनिए इन साहिब को ..
ऐसे आलिम, मौलाना और धर्मगुरु अपनी कौम को जाहिल बनाकर रखना चाहते हैं ..
‘एक- एक मर्द की सरपरस्ती में पचास -पचास औरतें होंगी इसलिए ज्यादा से ज्यादा शादियां करो ‘ .. pic.twitter.com/p74b1bc1m5— Ajit Anjum (@ajitanjum) September 19, 2019
इस वीडियो पर तमाम लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। बहुत से लोग ऐसे हैं जो ये लिख रहे हैं कि मौलाना सही तो बोल रहे हैं। ये लोग लिख रहे हैं कि मौलाना जो बातें बोल रहे हैं उसमें किसी तरह की कोई गलत बात नहीं है।
@ajitanjum गौर से सुन इस बात को मौलाना साहिब क्या बोल रहे है तुझे समझ में नहीं आएगा इस लिए ऐसी बयान बाज़ी मत करिए ये ठीक नहीं है मौलाना साहिब जो बोल रहे है वो सही है जिसका जिक्र इस्लाम में है यह फरमान हमारे नबी पैगंबर हज़रत मुहम्मद (saw) ने फरमाया आज से 1400 साल पहले ।
— Hameed Pahita (@pahita_hameed) September 19, 2019
मौलाना साहब बयान सही दे रहे हैं। चार शादियां जाएज़ हैं, अनिवार्य नहीं। अगर कोई न करे तो उसको कोई बाध्य नहीं कर सकता। किसी महिला से बैगैर विवाह किए उसके साथ संबंध बनाने से कहीं अच्छा है कि उससे शादी कर के धर्मपत्नी का सम्मान दिया जाए। आज के दौर में कौन मुसलमान चार शादी करता है?
— Diwan Rashid Khan (@diwanvoice) September 19, 2019
मैं तुमको बुरा तो नहीं कहूंगा बस इतना कहूंगा ये मसला धर्म का है और ये जो तकरीर है बिल्कुल सही है। लेकिन तुम। इससे गाफिल हो और रही बात 50 औरते एक मर्द के हिस्से में आएंगी ये बिल्कुल सही है और वह और सिर्फ बीबी नहीं बल्कि खाला, फूफी, बहने, दादी, नानी यानी इनकी जिम्मेदारी भी होगी।
— Javed Ali Warsi (@JavedAliWarsi92) September 19, 2019
वहीं बहुत से यूजर्स ऐसे भी हैं जो लिख रहे हैं कि ऐसे ही मौलानाओं के कारण इस्लाम पर लोग सवाल उठाते हैं और मजाक बनाते हैं। ऐसे लोग लिख रहे हैं कि ऐसे मौलानाओं की खाल चमड़ी उधेड़ देनी चाहिए।
ऐसे जाहिलो की वजह से मुसलमानों के बच्चे तरक्की नही कर पा रहे है क्योंकि इन्होंने खुद दिनी तालीम ली दुनायबी तालीम ली नही इसलिए ऐसी बाते करते है अगर इनसे आप न्यूटन का लॉ पूछेगे तो ये जनाब को पता ही नही तो ये कैसा ज्ञान देगे सोचने वाली बात है
— Sahil (@Sahil_NYAY) September 19, 2019
कितनी गंदी सोच है इसकी,महिलाओं को वस्तु समझ रहा है लेकिन मुझे इस पाखंडी से अधिक तकलीफ उन लोगों से हुई जो कमेंट में किसी ना किसी तरीके से इसका बचाव कर रहे हैं।
— केशव कश्यप (@Keshavjaihind) September 19, 2019
ऐसे मौलानाओं की चमड़ी उधेड़ देनी चाहिये, अपनी औरतों के हक़ का कितना ख्याल रखते हैं ये पूछ लो तो मौत आ जाएगी इन्हें।
— Shehla J (@Shehl) September 19, 2019