सबसे प्रसिद्द पेंटिंग में से एक मोनालिसा पर एक व्यक्ति ने केक फेंक दिया। पेरिस के मशहूर लौवरे म्यूजियम में यह पेंटिंग मौजूद है। रविवार को एक बूढ़ी महिला के वेश में एक व्यक्ति संग्रहालय पहुंचा और लियोनार्दो द विंची की पेंटिंग मोनालिसा को खराब करने की कोशिश की लेकिन वो इसमें कामयाब नहीं हो सका। युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि व्यक्ति मानसिक रूप से ठीक नहीं था।

खबरों के अनुसार, वहां मौजूद लोगों ने बताया कि व्हीलचेयर में एक आदमी बड़ा विग पहनकर बैठा था। वह अचानक खड़ा हुआ और मोनालिसा के बुलेटप्रूफ कांच को तोड़ने का प्रयास किया, फिर कांच पर ही केक लगा दिया। यह देखकर वहां मौजूद हर कोई चौंक गया। घटना के तुरंत बाद संग्रहालय के सुरक्षा कर्मचारी उस व्यक्ति को वहां से बाहर निकालने के लिए दौड़ पड़े, जबकि वहां मौजूद भीड़ ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया।

सोशल मीडिया पर घटना के कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें दिखाई दे रहा है कि कुछ कर्मचारी आरोपी व्यक्ति को वहां से हटाकर ले जा रहे हैं और पेंटिंग के ऊपर लगे कांच को साफ करते नजर आ रहे हैं। बुलेटप्रूफ कांच के पीछे रखी जाने के कारण इस पेंटिंग को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

लियोनार्दो द विंची की इस पेंटिंग की मौजूदा बाजार कीमत 6748 करोड़ रुपये आंकी जाती है। मोनालिसा की इस रहस्यमयी मुस्कान वाली पेंटिंग को करीब 500 साल पहले बनाया गया था। इस पेंटिंग को चुराने या नष्ट करने के कई बार कोशिश की गई। 1911 में, इसे एक कर्मचारी ने संग्रहालय से ही चुरा लिया गया था।

1956 में एक व्यक्ति मोना लिसा पर एक पत्थर फेंका था, जब इसे प्रदर्शन के लिए लगाया गया था। खबरों के अनुसार एक बार इस पेंटिंग पर तेज़ाब भी फेंक दिया गया था। इसके बाद इसे बुलेटप्रूफ कांच के पीछे रखा गया।

हालांकि हाल ही में इस पेटिंग पर हुए हमले का कारण पता नहीं चल पाया है। अब सवाल उठाये जा रहे हैं कि इतनी सुरक्षा के बावजूद आरोपी व्यक्ति अन्दर केक लाने में कैसे सफल हुआ। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पकड़े जाने के बाद आरोपी व्यक्ति जमीन पर गुलाब की पंखुड़ियां फैला रहा है और चिल्ला रहा है।