कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व सांसद कमलनाथ ने 13 जुलाई को उज्जैन के महाकाल को पत्र लिखा। चिट्ठी में उन्होंने महाकाल से शिवराज सरकार की शिकायत करते हुए लोगों को उनके ‘प्रपंच से मुक्ति’ दिलाने की प्रार्थना की थी। कमलनाथ का यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों ने जवाब देने शुरू किए। पत्र सामने आने के बाद ट्विटर पर एक यूजर ने शिवभक्त ‘नंदी’ की ओर से इसका जवाब दिया है। ‘नंदी’ का यह जवाब सोशल मीडिया पर चर्चा में है और दक्षिणपंथी ट्विटर यूजर्स इसे खूब शेयर कर रहे हैं।
कमलनाथ ने अपने पत्र में कहा, “पांच साल पहले (शिवराज सिंह) चौहान ने आपको प्रदेश की साढ़े सात करोड़ जनता का अंश मानकर आपकी पूजा-अर्चना की थी। साथ ही प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का वादा किया था। शिवराज एक बार फिर से चुनावी आशीर्वाद यात्रा निकालने आपके समक्ष आ रहे हैं। यह मतदाताओं को धार्मिक आस्था के नाम पर ठगने का खेल खेलने की तैयारी है।”
इसके जवाब में जो पत्र वायरल हो रहा है, उसमें ‘नंदी’ कहते हैं, ”मैंने आपका पत्र महादेव को पढ़कर सुनाया। प्रभु बहुत बोले हैं, उन्होंने आपकी बातों पर विश्वास कर आपकी इच्छा पूरी करने की बात कही। आप जानते हैं कि प्रभु की लीलायें न्यारी हैं, उनका आशीर्वाद देने का तरीका भी निराला है। तो महादेव ने कांग्रेस के लिए अपना आशीर्वाद एक नारियल के रूप में आपके अपने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पहुंचाया मगर उन्होंने उसका तिरस्कार कर दिया। मैंने भोलेनाथ से स्वयं आप सब लोगों को सद्बुद्धि देने की विनती की है।”
दरअसल इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया के वायरल हो रहे वीडियो को लेकर तंज कसा गया है। इस वीडियो में दिख रहा है कि सिंधिया को एक कांग्रेस कार्यकर्ता नारियल पकड़ाता है, वह उसे ग्रहण तो कर लेते हैं, मगर कुछ दूर जाकर गाड़ी से उसे बाहर फेंक देते हैं।
मध्यप्रदेश को @ChouhanShivraj सरकार से मुक्त करा कर @INCIndia की सरकार बनवाने के लिए कॉंग्रेसी सांसद कमलनाथ ने कल भगवान शिव को एक खुला पत्र लिखा था।
भगवान शिव ने उस पत्र का जवाब आज दिया है। ये रही उसकी प्रतिलिपि। pic.twitter.com/OFSKbMXsmm
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) July 15, 2018
कमलनाथ ने पत्र में आगे लिखा था, “बाबा आप अंतर्यामी हैं, एक बार फिर ठगने वाले आपके सामने आ रहे हैं, छल व प्रपंच की तैयारी है। लेकिन अब आशीर्वाद नहीं, धोखे व कर्मो का फल देने का समय आ गया है। अब आप जनता को आशीर्वाद देकर उसे शिवराज के कुशासन से मुक्ति दिलाएं।”