कामकाजी महिलाओं को घर और दफ्तर में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एक ओर जहां उन्हें घर को लेकर चिंता लगी रहती है तो साथ दफ्तर के काम का बोझ भी उठाना पड़ता है। पुणे की महिला स्वाति चितलकर की फेसबुक पोस्ट से ऐसा ही एक वाकया दुनिया के सामने आया है। स्वाति के बेटे को बुखार था। लेकिन दफ्तर में काम के चलते वे घर पर बेटे की देखभाल के लिए रूक नहीं पाई। इसके बाद उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट की। यह तुरंत वायरल हो गई।
इसमें उन्होंने ऑफिस में जमीन पर लेटे बेटे और खुद की फोटो पोस्ट की। साथ ही लिखा, ”फर्श पर एक बच्चा नहीं लेटा है, यह मेरा दिल है। उसे तेज बुखार था लेकिन वह किसी ओर के साथ नहीं रहना चाहता था। आधा दिन हो चुका था और इसलिए मैं छुट्टी नहीं ले सकती थी। दफ्तर में बेहद जरूरी लोन जारी करना था। लेकिन मैं अपने दोनों कर्त्तव्यों को पूरा कर सकती हूं। विधानसभा में सोने वाले मंत्रियों को संदेश देना चाहती थी।”
उनकी पोस्ट के बाद कुछ लोगों ने स्वाति की तारीफ की। वहीं कुछ ने राजनेताओं पर निशाना साधने के संदर्भ में इसे पढ़ा। इस पर चितलकर ने सफाई दी, ”मैं यह कहना चाहती हूं यदि हम सभी साधारण लोग, यदि सभी राजनेता और ऊपर के लोग विनम्रता से काम करें तो हमारे भविष्य का भारत कितना शानदार और सौहार्द्र भरा होगा।” इस पोस्ट को 20 हजार के करीब शेयर किया जा चुका है। खुद स्वाति भी इस पोस्ट के वायरल होने से हैरान रह गई।