एक नाबालिग लड़की के बलात्कार के आरोपी धर्म गुरु आसाराम बापू के समर्थक गुरुवार (1 सितंबर) को ट्विटर पर “बापूजी को न्याय मिले” हैशटैग से उन्हें “न्याय” दिलाने की अपील कर रहे हैं। आसाराम के समर्थकों का कहना है कि उन्हें हिन्दू होने के कारण फंसाया जा रहा है। आसाराम के समर्थकों के अनुसार जब विभिन्न मामलों में पत्रकार तरुण तेजपाल, राजनेता लालू यादव और जयललिता को जमानत मिल सकती है तो आसाराम को क्यों नहीं? आसाराम के समर्थकों के अनुसार आसाराम, साध्वी प्रक्षा ठाकुर और धनंजय देसाई जैसों को “हिन्दुत्व” हित में कार्य करने के “अपराध” में जमानत नहीं दी जा रही है। उनके कुछ समर्थकों ने पीड़ित लड़की के नाबालिग होने पर भी सवाल खड़ा किया है।
74 वर्षीय आसाराम पर 16 वर्षीय लड़की के बलात्कार का आरोप है। इसी महीने सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था। उच्चतम अदालत से पहले भी विभिन्न अदालतें नौ बार उनकी जमानत याचिका खारजि कर चुकी हैं। आसाराम की जमानत का विरोध कर रहे है सरकारी वकील का कहना है कि मुकदमा अंतिम चरण में है ऐसे में उन्हें जमानत देने से कार्रवाई पर असर पड़ सकता है। आसाराम मामले से जुड़े कई गवाहों की संदिग्ध गतिविधियों में मौत हो चुकी है। आसाराम के एक समर्थक को तीन गवाहों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
रविंद्र मेड़तिया नामक ट्विटर यूज़र ने लिखा है, “क्या आप इस पूर्वाग्रह को देख नहीं सकते..हिन्दू संतों को बगैर ठोस सुबूत के जेल में घसीटा जा रहा है।”
रवि प्रसाद नामक एक अन्य यूज़र ने लिखा है, “एक भी आरोप साबित नहीं हुआ! फिर अन्यायपूर्ण ढंग से तीन साल से जेल में!”
दिशा जोशी नामक यूज़र ने ट्वीट किया है, “प्रशासन रोज-ब-रोज बापूजी के मानवाधिकारों का हनन क्यों करता जा रहा है? घोषित अपराधी और भ्रष्ट राजनेताओं को जमानत मिल जा रही है।”
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली एक 16 साल की लड़की ने आसाराम पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। लड़की के अनुसार राजस्थान के जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव आश्रम में ये घटना हुई। लड़की आश्रम की छात्रा थी। लड़की की शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने आसाराम को 31 अगस्त 213 को गिरफ्तार कर लिया था। उसी समय से आसाराम जेल में है। आसाराम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। उसका कहना है कि वो पीड़ित लड़की को अपनी बेटी की तरह मानता है। जोधपुर की जिला और सत्र अदालत आसाराम के खिलाफ बलात्कार, आपराधिक साजिश जोधपुर में अपने आश्रम में नाबालिग लड़की का कथित यौन शोषण का अभियोग निर्धारित कर चुकी है। आसाराम के सहयोगी संचिता गुप्त उर्फ शिल्पी और शरद चंद्र भी मामले में अभिुयक्त हैं।
Don't you see this as prejudice..Hindu Saints are dragged in Jail without any solid evidence #बापूजी_को_न्याय_मिले pic.twitter.com/4CJVHdqqwS
— ☀रविन्द्र सिंह मनाणी☀?? (@Its_RavindraM) September 1, 2016
https://twitter.com/ravi_prasad1/status/771213524643160064
Senior Lawyer Mahesh Boda- 'Asaram Bapu Ji's case is a pre-planned conspiracy'! #बापूजी_को_न्याय_मिले pic.twitter.com/M87gF1p6ps
— ⚜️शेरबहादुर प्रजापति⚜️ (@BahadurHariom) September 1, 2016
Innocents Saint @AsaramBapuJi is suffering in jail just due to FAKE POCSO case! #बापूजी_को_न्याय_मिले pic.twitter.com/NEjM8MHkRh
— ?Sanjeev Mahajan (@SanjeevM76) September 1, 2016
Why day by day Authorities infringing HumanRights of Bapuji? Even Proven Criminals & Corrupt Politicians got bail #बापूजी_को_न्याय_मिले
— Dipsy (@joshidisha2) September 1, 2016