18 साल की हिमा दास ने फिनलैंड में आईएएफ वर्ल्‍ड अंडर-20 चैम्पियनशिप की महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा में स्वर्ण जीत कर इतिहास रचा था। हिमा ने फाइनल में 51.46 सेकेंड का समय निकालते हुए जीत हासिल की। इसी के साथ वह इस चैम्पियनशिप में सभी आयु वर्गो में स्वर्ण जीतने वाली भारत की पहली महिला बन गई। धान की खेती करने वाले एक किसान की बेटी हिमा नागोन जिले की निवासी हैं। उन्होंने इस स्पर्धा में अमेरिका और जमैका की धावकों को पछाड़ते हुए सोना जीता था। देश को इतना गौरव दिलाने वाली हिमा के बारे में पता है लोग गूगल से क्‍या पूछ रहे हैं, ”हिमा दास की जाति क्‍या है?”

सोना जीतने के बाद गूगल सर्च में Hima Das ट्रेंड करने लगा, खासतौर पर उनकी जाति को लेकर अच्‍छे-खासे सर्च हो रहे थे। गूगल ट्रेंड्स के अनुसार, हिमा दास से जुड़ा सबसे ज्‍यादा सर्च किया जाने वाला दूसरा विषय उनकी जाति रही। इसमें असम, अरुणाचल प्रदेश से बड़ी संख्‍या में सर्चेज थे। ऐसा पहली बार नहीं है कि किसी चैंपियन की जाति में लोगों की दिलचस्‍पी हो। इससे पहले जब पीवी सिंधु ने रियो ओलंपिक में सिल्‍वर जीता था, तब भी गूगल पर उनकी जाति खूब सर्च की गई थी। तब अधिकतर सर्च करने वाले लोग आंध्र प्रदेश और तेलंगाना क्षेत्र के थे।

कुछ लोगों ने यह ट्रेंड नोटिस किया और सोशल मीडिया पर गुस्‍सा प्रकट किया। यह बेहद अजीब है कि कुछ दिन पहले जिस हिमा दास के पोडियम पर राष्‍ट्रगान के समय रोने पर पूरा देश भावुक हुआ जा रहा था, वह अचानक उनकी उपलब्धि से परे उनकी जाति ढूंढने में लगा है।