अपने पापा को याद करने वाला दिन Father’s Day इस बार 19 जून (रविवार) को मनाया जा रहा है। इसके लिए सर्च इंजन गूगल ने डूडल भी तैयार किया है। प्यारे से इस डूडल में दो जोड़ी जूते रखे हुए दिखाए गए हैं। इसमें से एक पापा के हैं और दूसरे उसके छोटे बेटे या फिर बेटी के। पर, क्या आप जानते हैं कि फादर्स डे क्यों मनाया जाता है। इसके पीछे की कहानी क्या है ? इसकी शुरुआत कहां से हुई थी ?
अगर नहीं, तो कोई बात नहीं आज आपको इन सवालों के जवाब मिल जाएंगे। वैसे तो इस दिन की शुरुआत के कई किस्से हैं, पर उनमें से एक किस्सा सबसे ज्यादा मशहूर है। यह किस्सा वॉशिंगटन में रहने वाली लड़की सोनोरा डोड का है। जिनके पिता का नाम विलियम जैक्सन स्मार्ट था। सोनोरा का जन्म 18 फरवरी 1882 में हुआ था। उनकी एक बहन भी थी। मई 1909 में वह अपनी बहन से साथ मदर्स डे वाले दिन चर्च में बैठी थीं। वहां बैठे-बैठे उनके मन में एक ख्याल आया। सोनोरा यह सोच रही थीं कि अगर मदर्स डे मनाया जाता है, तो फादर्स डे क्यों नहीं मनाया जाता ?
Read Also: Video: पापा और बेटे पर बना Google का यह ऐड आपकी आंखों में खुशी के आंसू ले आएगा
इसके बाद उन्होंने सोच लिया कि वह एक ऐसा दिन तय करेगी जो ‘डैड’ के लिए होगा। खासकर उनके डैड के लिए। इसके बाद सोनोरा ने उसी साल फादर्स डे मनाने के लिए सोचा। फादर्स डे मनाने के लिए उन्होंने अपने पापा के जन्मदिन की डेट 5 जून को चुना था। डेट फाइनल करके सोनोरा ने इस काम को आधिकारिक रूप मे लागू करवाने और उस दिन की छुट्टी रखवाने के लिए सरकार के पास एक याचिका डाली। हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में वक्त लग गया और पहले फादर्स डे 19 जून, 1910 को मनाया गया। इसके साथ ही वॉशिंगटन में इस दिन की छुट्टी का भी ऐलान कर दिया गया। इससे गिफ्ट बनाने वाले व्यापारियों को काफी फायदा हुआ।
इस बार गूगल द्वारा बनाया गया डूडल भारत समेत, यूएस, यूके, वेनेजुएला, कोलंबिया, पेरू, चिली, अर्जंटीना, फ्रांस, टर्की, ग्रीस, नाइजीरिया, घाना, केनिया, साउथ अफ्रीका, फिलिपीन्स, जापान में भी दिखाई दिया।