प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के कई मंत्रियों की कार्यशैली की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए सामने आ रही है। फिर चाहे वह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के ट्वीट के जरिए वीजा देने की अनुमति हो या रेल मंत्री सुरेश प्रभु द्वारा ट्रेन में ही सुविधाएं पहुंचाना हो। हालांकि इस बार मदद का एक अलग मामला सामने आया है। श्रेया प्रदीप नाम की एक लड़की ने ट्वीट कर बताया कि केंद्रीय उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने किस तरह से उनकी और उनकी मां की मदद की। श्रेया के अनुसार, वह अपनी बीमार मां के साथ इंडिगो की फ्लाइट में सफर कर रही थीं। उन्हें एक्सएल सीट दी गई थीं जिससे कि उनकी मां को बैठने में आसानी रहे। श्रेया की मां चल नहीं सकतीं। कोलकाता में फ्लाइट के ठहराव के वक्त उन्हें पता चला कि उनकी सीटें केंद्रीय उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा और उनकी पत्नी की थी। जयंत सिन्हा को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने अपनी सीट बदल ली और वे इकॉनोमी क्लास में चले गए।
रांची की रहने वाली श्रेया ने जयंत सिन्हा और इंडिगो को टैग करते हुए लिखा, ”अच्छे दिन वह हैं जब एविएशन मिनिस्टर ने अपनी फर्स्ट क्लास सीट मुझे और मेरी मां को दे दी और खुद इकॉनोमी क्लास में बैठे। धन्यवाद सर।” इस ट्वीट पर मंत्री ने भी तुरंत जवाब दिया। उन्होंने लिखा, ”आपका स्वागत है।” हालांकि एयरक्राफ्ट में फर्स्ट क्लास नहीं होता है। इस पर श्रेया ने सुधार करते हुए लिखा कि उसका मतलब एक्सएल सीटों से था। ये सीटें गेट के पास होती हैं। इस मामले में इंडिगो एयरलाइन ने भी ट्वीट किया। इसमें श्रेया से पूछा गया कि क्या आपका सफर आरामदेह था। इस पर श्रेया ने जवाब दिया, ”इतने उदार व्यवहार के बाद तो निसंदेह। धन्यवाद।”
@jayantsinha @IndiGo6E Ache din is wen Aviation Minister gives his 1st class seat 2 me n my ill mother, sits in d eco class himself Thnx Sir pic.twitter.com/A8Ys7hJ8Wa
— SHREYA PRADIP (@ShreyaPradip) November 6, 2016
You are very welcome! https://t.co/fLlQp4Lzmn
— Jayant Sinha (Modi Ka Parivar) (@jayantsinha) November 6, 2016
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए श्रेया ने बताया, ”मैं बेंगलूरु से रांची फ्लाइट में जा रही थी। उसका कोलकाता में ठहराव होता है। मेरी मां बीमार है और चल नहीं सकती इसलिए उन्होंने मुझे गेट के पास की सीट दी क्योंकि वह खाली थी। कोलकाता में सीटें जयंत सिन्हा और उनकी पत्नी के नाम बुक थी। जब वे आए तो उन्होंने हमें देखा और वहीं बैठे रहने को कहा। उन्होंने दूसरी सीट ले ली।” उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा के इस व्यवहार की सोशल मीडिया पर तारीफ भी हो रही है।