मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन के महिलाओं के बुर्का को लेकर किए गए एक ट्वीट पर बहस छिड़ गई। तस्लीमा नसरीन ने गुरुवार (31 मई) को किए ट्वीट में बुर्का को हर जगह बैन कर देने की वकालत की है। तस्लीमा ने ट्वीट में अंग्रेजी में जो लिखा, उसका मतलब होता है- ”फ्रांस, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया और अब डेनमार्क में सार्वजनिक स्थानों पर पूरे चेहरे को ढांकने वाले बुर्के पर प्रतिबंध लगाया गया। यह केवल महिला अधिकारों का उल्लंघन नहीं समझा जाना चाहिए, यह भी महत्वपूर्ण है कि सुरक्षा कारणों की वजह से पहचान के सत्यापन के लिए किसी का चेहरा खुला हो। पूरे चेहरे को ढकने वाले बुर्के को दुनिया में हर जगह बैन कर देना चाहिए।” तस्लीमा के ट्वीट भर करने की देर थी कि ट्वीटर पर लोगों की प्रतिक्रयाओं की बाढ़ सी आ गई। लोगों के बीच में इस मुद्दे पर बहस छिड़ गई। कुछ ने तस्लीमा को ही कोसना शुरू कर दिया।

गौहर भट नाम यूजर ने लिखा- ”आपके जैसे लोग चमकदार हीरे का मूल्य नहीं जानते हैं जो कि परदे में बेहतर दिखता है न कि कूड़ेदान की तरह खुले में जहां कोई भी थूक सकता है। महिलाओं की लाज अपने आप में अपनी विशिष्टता दिखाती है।” इस पर साईसुमन नाम के यूजर ने लिखा- ”हीरे को फैसला लेने दें। और मैं ईमानदारी से आशा करता हूं कि आप हीरे और एक महिला के अधिकार के बीच बुनियादी अंतर जानते हैं। इस संदर्भ में सुरक्षा कारणों के चलते यह अपराध को कम करने के लिए अच्छा है। इसे धार्मिक संदर्भ के साथ नहीं लिया जाना चाहिए।”

श्याम मोहन शर्मा ने लिखा- ”क्या होगा अगर कोई महिला अपनी मां को हमेशा बुर्का पहने देखकर बड़ी हुई। और उसे इसे पहनना पसंद है। इसलिए इस बैन के कारण उसके अधिकार का उल्लंघन होता है! और जहां तक सुरक्षा कारणों की बात है, जांच के दौरान वे बुर्का हटा सकती हैं और बाद में फिर से पहन सकती हैं! लोगों को सहनशील होना चाहिए!” तस्लीमा के ट्वीट पर इसी तरह प्रतिक्रियाओं की लंबी फेहरिस्त देखी जा रही है।