दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान 11 फरवरी को हो चुका है। 62 सीटें जीत कर आम आदमी पार्टी एक बार फिर से दिल्ली में सरकार बनाने जा रही है। बताया जा रहा है कि 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बीजेपी को इस चुनाम में 8 सीटों पर संतोष करना पड़ा है। इस चुनाम में पिछी बार की ही तरह कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई है।

पार्टियों के अंदर चुनाम में मिली जीत हार के बाद विश्लेषण का दौर शुरू हो चुका है। जब बीजेपी ने अपने टिकटों का ऐलान किया था तो एक नाम काफी चर्चा में रहा। ये नाम था तेजिंदर पाल सिंह बग्गा का । बीजेपी ने बग्गा को हरिनगर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा था। हालांकि बग्गा ये सीट हार गए। तजिंदर सिंह बग्गा को हरिनगर विधानसभा सीट से 37672 वोट मिले। जबकि आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार राजकुमारी ढिल्लों को 57892 वोट मिले। बग्गा सिर्फ 35 फीसदी वोट ही बटोर पाए और अपनी इस चुनावी लड़ाई में हार गए।

हार के बाद तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की कुछ पंक्तियां लिख हरिनगर विधानसभा सीट के सभी मतदाताओं और कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया। बग्गा ने अपने ट्वीट में लिखा- क्‍या हार में क्‍या जीत में,किंचित नहीं भयभीत मैं। संघर्ष पथ पर जो भी मिला, यह भी सही वह भी सही। हरि नगर विधानसभा के सभी मतदाताओं का और सभी कार्यकर्ता मित्रों का हार्दिक धन्यवाद।

तजिंदर पाल बग्गा का ये ट्वीट काफी वायरल हुआ। इस ट्वीट को 6 हजार से ज्यादा लोगों ने रिट्वीट किया साथ ही करीब 47 हजार लोगों ने इसे लाइक भी किया। यहां पर गौर करने वाली बात ये है कि बग्गा को इस ट्वीट पर उतने लाइक्स मिले जितने उन्हें वोट भी नहीं मिले। सोशल मीडिया में इस बात की भी चर्चा जोरों पर है।

बता दें कि प्रशांत भूषण पर हमला करने के बाद सबसे पहले चर्चा में आए थे तजिंदर पाल सिंह बग्गा। इनकी पहचान एक सोशल मीडिया वॉलंटियर के रूप में होती है, उनके विरोधी उन्हें सबसे बड़े ट्रोल के रूप में भी देखते हैं। लगातार ट्विटर पर कैंपेन चलाकर, ट्वीट करके विरोधियों को निशाने पर लेने वाले बग्गा चुनावी मैदान में फेल हो गए।