आपको हीरे के कारोबारी सावजी ढोलकिया तो याद ही होंगे। जी हां वही जिन्होंने दिवाली के बोनस पर अपने कर्मचारियों को गाड़ी और फ्लैट दिए थे। वही 6 हजार करोड़ रुपए के मालिक सावजी आजकल अपने बेटे धृव्य को ‘गजब’ की सीख देने के लिए चर्चा में हैं। सावजी ने अपने 21 साल के बेटे धृव्य को जिंदगी की कठिनाइयों से रूबरू करवाने के लिए एक महीने तक परिवार से अलग रहने और खुद कमाकर खाने के लिए कहा। सावजी ने धृव्य को 7 हजार रुपए दिए थे और उनके सामने तीन शर्त रखी थी। पहली यह कि वह एक हफ्ते से ज्यादा कहीं काम नहीं करेगा, दूसरी यह कि वह कहीं पर भी अपने पिता के नाम का इस्तेमाल नहीं करेगा। तीसरा यह कि वह ना तो मोबाइल इस्तेमाल करेगा और ना ही दिए गए 7 हजार रुपए। ऐसा नहीं है कि धृव्य पढ़ा लिखा नहीं है। धृव्य यूएस से MBA कर रहा है और वह छुट्टियों में भारत आया था।
क्या कहा धृव्य ने: एक महीने तक कोच्चि में काम करने के बाद धृव्य वापस आ गया है। उसने कहा, ‘5 दिनों तक मुझे ना तो काम मिला ना ही रहने के लिए कोई जगह। लगभग 60 जगहों पर अप्लाई करने के बावजूद मुझे किसी ने काम नहीं दिया। इससे मुझे रिजेक्शन को झेलने की ताकत मिली।’
कहां कहां किया काम: धृव्य ने बताया कि उसने अपने साथ काम करने वाले कर्मचारियों को झूठ बोला था। धृव्य ने उनसे कहा था कि वह 12वीं पढ़ा हुआ है। धृव्य ने सबसे पहले बेकरी में काम किया फिर एक कॉल सेंटर में फिर वह एक जूते की दुकान पर लगा और आखिरी में McDonald पहुंचा। धृव्य ने बताया कि उसने महीने में 4 हजार से ज्यादा रुपए कमाए थे।
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धृव्य ने आगे कहा, ‘मैंने कभी पैसों के बारे में नहीं सोचा, लेकिन वहां मैं एक वक्त के खाने के लिए भी बड़ा सोचता था। मुझे एक वक्त के खाने के लिए ही कम से कम 40 रुपए चाहिए होते थे।’
धृव्य सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहते हैं। देखिए उनकी कुछ फोटोज-