सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में बांग्लोदश के कुछ बच्चे 1 जुलाई को ढाका के एक कैफे में हुए आतंकी हमले की नकल उतारते नजर आ रहे हैं। वीडियो में कुछ बच्चे सुरक्षा बलों का किरदार अदा करते हैं, जबकि दूसरा ग्रुप हमले में शामिल रहे आतंकवादियों की भूमिका निभाता है। वीडियो में दिखाया गया है कि आतंकवादियों के सामने सुरक्षा बल कमजोर नजर आ रहे हैं। बांग्लादेशी शायद यही सोच रहे हैं कि अगर सुरक्षा बलों ने पहले एक्शन लिया होता तो हमले में कम लोगों की जान जाती। वीडियो के बीच में, आतंकवादी बने बच्चे अपने बंधको (बच्चों) से पूछते हैं कि क्या वे मुस्लिम हैं और फिर उनका गला चीर देते हैं।
https://youtu.be/FKumFgmuZkg
हालांकि यह वीडियो सिर्फ एक खेल भर है, लेकिन यह दिखाता है कि बच्चों के मन में किस खतरनाक तरीके से ऐसे आतंकी हमले घर कर गए हैं। इस्तांबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले और ऑरलैंडो, फ्लोरिडा में हुए हमलों के कुछ हफ्तों भर बाद ढाका में हमला किया गया था।
बच्चों के इस वीडियो में एक लड़की बांग्लोदश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का किरदार निभाते नजर आती है। जो इस बात से कंफ्यूज है कि आतंकी हमलों का दोष किस पर डाला जाए। आतंकवादियों का रोल अदा कर बच्चे सभी बंधकों को ‘मार’ देते हैं और फिर ‘सुसाइड’ कर लेते हैं। इसके बाद सेना अंदर आती है और अपनी नकली जीत का जश्न मनाती है। इस सीन को शायद इस मकसद से बनाया गया है कि सुरक्षा बलों ने उस बात की वाहवाही बटोरीज जो उन्होंने किया ही नहीं।
वीडियो देखिए और खुद तय कीजिए कि क्या सही है।