दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार के विमुद्रीकरण के फैसले का हर जगह विरोध कर रहे हैं। प्रेस कॉन्‍फ्रेंस से लेकर दिल्‍ली विधानसभा तक में, वह इसे नरेंद्र मोदी सरकार का जन-विराेधी और तानाशाही भरा फैसला बता चुके हैं। सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर उनका विरोध एक कदम आगे बढ़ गया है। अमूमन केजरीवाल अपने ट्वीट्स में सीधे पीएम मोदी को संबोधित करते हैं, उनसे सवाल पूछते हैं। लेकिन सोमवार को उन्‍होंने ट्वीट किया कि ‘नोट नहीं, PM बदलो।’ केजरीवाल को इस ट्वीट के लिए काफी आलोचना झेलनी पड़ी। हालांकि इस पूरे मामले में हास्‍यास्‍पद मोड़ तब आया, तब कुछ यूजर्स ने केजरीवाल के ट्वीट का अंग्रेजी ट्रांसलेशन दिखाना शुरू किया। बिंग ट्रांसलेटर का इस्‍तेमाल कर किए गए इस अनुवाद में केजरीवाल के ट्वीट को अंग्रेजी में दिखाया जा रहा है ‘Note do not change the PM’ यानी ‘नोट करो पीएम को नहीं बदलना है।’ इस ट्रांसलेशन का स्‍क्रीनशॉट सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर खूब शेयर होने लगा है।

ट्विटर पर कई यूजर्स ने इस ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट शेयर कर चुटकी ली है। व्‍यंगात्‍मक लहजे में एक यूजर ने लिखा है कि ‘इसकी साजिश पीएम मोदी ने पिछले सप्‍ताह माइक्रोसाॅफ्ट के संस्‍थापक बिल गेट्स से मुलाकात में रची थी।’ गौरतलब है कि बिंग माइक्रोसाॅफ्ट का ही सर्च इंजन व ट्रांसलेटर है। कुछ यूजर्स ने बिंग को भी ‘मोदी का फैन’ बताया है।

इस पूरे वाकये में एक और मजेदार ट्विस्‍ट है। जब आप केजरीवाल के ट्वीट को गूगल ट्रांसलेट का इस्‍तेमाल कर के अनुवाद करने की कोशिश करते हैं तो अलग ही परिणाम सामने आता है। आप खुद ही द‍ेखिए ‘नोट नहीं, पीएम बदलो’ को गूगल अंग्रेजी में कैसे बताता है:

गूगल ट्रांसलेट पर अनुवाद में दिखा रहा है ‘नोट, पीएम बदले हैं।’ (Source: Google)

https://twitter.com/tejpal91/status/800787527946801152

https://twitter.com/KejriTrolls/status/800711960719409152

https://twitter.com/SKSk785/status/800691722128801794

अरविंद केजरीवाल अपने ट्वीट की वजह से पहली बार ट्रॉल का शिकार नहीं हुए हैं। मंगलवार को जब उन्‍होंने नोटबंदी पर ‘सालियों की जूता चुराई’ से जुड़ा ट्वीट किया तो वह फिर ट्रॉल यूजर्स का शिकार हो गए। केजरीवाल ने लिखा, ‘सालियों को जूता चुराई के रुपए देंगे तो सालियों की लिस्ट बैंक को दें और साबित करें कि सालियों का बैंक अकाउंट नहीं। सालियां रसीद देंगी।’