एक अप्रैल को दुनियाभर में अपने जानने वालों को मूर्ख बनाने के रुप में मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने दोस्तों को मजाक के जरिए मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं। इस दिन को मूर्ख दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस तारीख को खास तौर पर इसलिए चुना गया क्योंकि अगर किसी अपने को किसी अन्य दिन बेवकूफ बनाया तो वह नाराज हो जाता। इस दिन कई लोग अफवाहें फैलाकर, मजाक करके और शरारतें करके एक- दूसरे को मूर्ख मनाते हैं। जब कोई मूर्ख बन जाता है तो उसे अप्रैल फूल कहते हैं। इस दिन के दिन के इतिहास में कई किस्से जुड़े हुए हैं।
ऐसा ही एक किस्सा है साल 2013 का जब 31 मार्च के दिन यह अफवाह फैलाई गई कि एक अप्रैल से यूट्यूब बंद हो जाएगा। साथ ही यह घोषणा भी कर दी गई कि पिछले सालों में यूट्यूब पर अपलोड किए गए वीडियो में से सर्वश्रेष्ठ का चुनाव करने के लिए एक पैनल बनाया गया है, जो 2023 में परिणाम की घोषणा करेगा। इसके बाद कई तरह की अपवाहें फैलने लगी। लेकिन बाद में पता चला कि अप्रैल फूल बनाया जा रहा है।
साल 1945 में अप्रैल के पहले सप्ताह को अमेरिका की कौतुक समिति नामक संस्था ने राष्ट्रीय हास्य सप्ताह मनाने का फैसला किया। इसके बाद ये कई साल तक चलता रहा और फिर इसी तरह 1960 में अप्रैल के पहले सप्ताह में अमेरिका में पब्लिसिटी स्टंट के रूप में मनाया जाने लगा।
1अप्रैल 1860 की कहानी बहुत मशहूर है। इस दिन लंदन के हजारों लोगों के घरों में पोस्ट कार्ड भेजकर यह सूचना दी गई कि आज शाम को टॉवर ऑफ लंदन में सफेद गधों को स्नान कराया जाएगा। आप सभी देखने के लिए आ सकते हैं, यह सब देखने के लिए कार्ड जरुर लेकर आएं। लेकिन उन दिनों किन्हीं कारणों की वजह से टॉवर ऑफ लंदन के लिए बंद था। शाम होते ही टॉवर के बाहर हजारों लोगों की भीड़ लग गई। लोगों अंदर जाने के लिए धक्का- मुक्की तक करने लगे। लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें किसी ने अप्रैल फूल बनाया है।
1 अप्रैल 1915 की बात है जब जर्मनी के लिले हवाईअड्डा पर एक ब्रिटिश पायलट ने विशाल बम फेंका। इसको देखकर लोग इधर-उधर भागने लगे, देर तक लोग छुपे रहे। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी जब कोई धमाका नहीं हुआ तो लोगों ने वापस लौटकर इसे देखा। जहां एक बड़ी फुटबॉल थी, जिस पर अप्रैल फूल लिखा हुआ था।

