प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के एलान के बाद देश में 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट चलन से बाहर हो गए हैं। इस कदम के बाद कैश की तंगी का सामना करना पड़ रहा है तो कई लोग इस मुद्दे को मजाकिया अंदाज में भी पेश कर रहे हैं। पिछले दिनों फिल्‍म ‘ए दिल है मुश्किल’ के ट्रेलर को आधार बनाकर स्‍पूफ वीडियो बनाया गया था। अब एआईबी ने नोटबंदी पर वीडियो जारी किया है। लगभग आठ मिनट के इस वीडियो को 4 दिसंबर को यूट्यूब पर डाला गया था। 24 घंटे से भी कम समय में इसे ढाई लाख बार देखा जा चुका था। इस वीडियो का टाइटल द डिमोनेटाइजेशन सर्कस है। इसमें नोटबंदी को लेकर दिए जा रहे राजनीतिक बयानों से लेकर आम जीवन में होने वाली बातों को दिखाया गया है। वीडियो शुरू होता है तन्‍मय भट्ट के साथ। वे घर में काम करने वाले सहायक को पांच हजार रुपये की सैलरी पांच सौ रुपये के पुराने नोटों में देते हैं ओर खुशी जाहिर करते हैं।

इसके बाद दिखाया जाता है कि किस तरह से हर आदमी एक दूसरे की जिंदगी को आसान बताता है। आम आदमी कहता है कि बैंक वालों के मजे हैं। बैंक वाला कहता है कि नेताओं के मजे हैं। अमीर कहता है कि गरीब को आराम है। गरीब कहता है कि अमीर का काम सही है। फिर देशहित में लाइन में खड़े होने का मसला शुरू होता है। इसके अनुसार दिखाया जाता है कि सरकार ने किस तरह से इस फैसले को बिना पूछे लागू किया और लोगों की व्‍यक्तिगत रूचि से जोड़ दिया।

इसके बाद बताया गया है कि किस तरह से सेना के जवानों का नाम लेकर लोगों को चुप करा दिया जाता है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की प्रतीकात्‍मक आवाज रेडियो से आती रहती है। जिसमें वे पहले तीन दिन फिर तीन हफ्ते और बाद में 50 दिन मांगते हैं। वीडियो के अनुसार एक व्‍यक्ति चाय की थड़ी पर नोटबंदी की तारीफ करते हुए कहता है कि इससे राजनीतिक दलों की फंडिंग का पता भी चल जाएगा। लेकिन जब चायवाला पूछता है कि राजनीतिक दलों की फंडिंग को आरटीआई में भी डाला जा सकता था। इस पर दूसरा शख्‍स कहता है कि तुम चाय बेचो, राजनीति में क्‍यों घुस रहे हो।

फिर 2000 रुपये के नोट की खासियत बताते हुए मजाक उड़ाया जाता है कि उसमें चिप है। उस नोट में गांधीजी खुद बात करते हैं। साथ ही नए नोट से दुनिया की सारी समस्‍याएं खत्‍म हो जाएगी। फिर बारी आती है नोट बदलवाने के नियमों को बार-बार बदलने की। इसके अनुसार दिखाया जाता है कि नियमों को हर दिन बदल दिया जाता है। इससे लोगों को होने वाली परेशानी को भी मजाकिया अंदाज में दिखाया गया है। साथ ही लाइनों में लग रहे लोगों की मौत को भी दिखाया गया है।