यूट्यूब (Youtube) ने वर्ष 2023 के जनवरी से मार्च के बीच 19 लाख से अधिक वीडियो अपने प्लेटफार्म से हटाए हैं। यह किसी भी देश में वीडियो को हटाने के मामले में सबसे अधिक है। वहीं पूरी दुनिया में यूट्यूब ने 64 लाख 80 हजार से अधिक वीडियो अपने प्लेटफार्म से हटाए हैं। इन विडियोज को हटाने का कारण यूट्यूब की ओर से सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन बताया गया है।

सामुदायिक दिशानिर्देश प्रवर्तन रिपोर्ट (The Community Guidelines Enforcement report) YouTube को प्राप्त होने वाले फ़्लैग और यह नीतियों को कैसे लागू करता है, इस पर ग्लोबल डेटा प्रदान करती है। जनवरी और मार्च 2023 के बीच भारत में YouTube के सामुदायिक दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए 1.9 मिलियन से अधिक वीडियो हटा दिए गए। इसकी तुलना में अमेरिका में 6,54,968 वीडियो हटाए गए जबकि रूस में 4,91,933 और ब्राजील में 4,49,759 वीडियो हटाये गए।

वीडियो हटाए जाने के मामले पर YouTube ने कहा, “एक कंपनी के रूप में शुरुआती दिनों से ही हमारे सामुदायिक दिशानिर्देशों ने YouTube को हानिकारक कंटेंट से सुरक्षित रखा है। हम मशीन लर्निंग और मानव समीक्षकों के संयोजन का उपयोग करके अपनी नीतियों को लागू करते हैं।”

वीडियो हटाए जाने पर यूट्यूब इंडिया के डायरेक्टर ईशान जॉन चटर्जी ने कहा था कि यूट्यूब के पास स्थापित कम्युनिटी गाइडलाइंस हैं, जो निर्धारित करते हैं की प्लेटफार्म पर किस तरह के कंटेंट जाएंगे। उन्होंने कहा था कि गलत सूचना पर कार्यवाही करना प्लेटफार्म के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और हमने इसे करने में प्रगति की है। उन्होंने यह भी कहा था कि हम जानते हैं कि हमारा काम कभी पूरा नहीं होता है और हम क्षेत्र में लगातार निवेश करते रहेंगे।

यूट्यूब ने सिर्फ वीडियो ही नहीं बल्कि दुनिया भर से करीब 87 लाख चैनल भी डिलीट किए हैं। यह ज्यादातर स्पैम पॉलिसी के तहत डिलीट किए गए हैं। कंपनी ने कहा कि 93 फीसदी चैनल को इंसान की वजह से नहीं बल्कि मशीन की शिकायत पर हटाया गया है। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि सबसे ज्यादा वीडियो चाइल्ड सेफ्टी पॉलिसी के तहत हटाए गए हैं, क्योंकि यह हिंसा वाले वीडियो थे।